मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को गंगाजल उद्वह योजना का काम समय पर पूरा करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि राजगीर, गया, बोधगया व नवादा में इस योजना के तहत लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाना है. जल संसाधन विभाग, पीएचइडी और नगर विकास एवं आवास विभाग समन्वय बनाकर इस पर काम करें. नवादा में भी जलापूर्ति योजना का काम तेजी से शुरू करें. मुख्यमंत्री बुधवार को जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत गंगाजल उद्वह योजना के काम की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे.
1, अणे मार्ग स्थित संकल्प में समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि स्पॉट पर जाकर एक-एक चीज का आकलन करें, ताकि इस योजना से जलापूर्ति सुनिश्चित हो सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में विकास के कई काम किये गये हैं. वहां आबादी तेजी से बढ़ रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए जलापूर्ति के लिए योजना बनाकर काम करें. भू-जल स्तर को मेंटेन रखना है, इसके लिए लोगों को प्रेरित करते रहें.
जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने गंगाजल उद्वह योजना के काम की प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि योजना का मूल काम मार्च, 2022 तक पूरा हो जायेगा और जलापूर्ति का काम जून, 2022 तक शुरू करने का लक्ष्य है. उन्होंने हथीदह-मोकामा में इन्टेक वेल-सह-पंप हाउस, मोतनाजे स्थित डिटेंशन टैंक-सह-पंप हाउस, मोतनाजे स्थित जलशोधन संयंत्र, राजगीर जलाशय अर्दन डैम, तेतर जलाशय अर्दन डैम और अबगिल्ला मानपुर स्थित जलशोधन संयंत्र के कार्य की प्रगति की जानकारी दी.
सचिव संजीव हंस ने बताया कि पहले चरण में राजगीर, गया और बोधगया और दूसरे चरण में नवादा शहर के लिए इस जलापूर्ति योजना पर काम किया जा रहा है. हथीदह-मोतनाजे तेतर अबगिल्ला तक कुल 150 किमी लंबी पाइप लाइन में से लगभग 118 किमी तक पाइप बिछाई जा चुकी है.
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह सहित वरीय अभियंता उपस्थित थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan