9.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मगही और भोजपुरी मुद्दे पर झारखंड सरकार के ऊपर बरसे नीतीश कुमार, कहा- बॉर्डर पर जाकर देख लीजिये, उधर भी…

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड सरकार द्वारा बोकारो और धनबाद में क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से मगही और भोजपुरी को हटाये जाने वाले फैसले का विरोध किया है. जानिये क्या कहा...

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड सरकार द्वारा बोकारो और धनबाद में क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से मगही और भोजपुरी को हटाये जाने का विरोध किया है. दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार का यह फैसला राज्यहित में नहीं है. नीतीश ने कहा कि बिहार और झारखंड पहले एक ही था. दोनों राज्यों में मगही और भोजपुरी बोली जाती है. भोजपुरी तो यूपी में भी बोली जाती है.

झारखंड सरकार के फैसले पर जताया आश्चर्य

नीतीश कुमार ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि आश्चर्य की बात है कि झारखंड सरकार ने इस तरह का फैसला लिया है. जिस कारण से भी उन्होंने यह फैसला लिया है, वो अपना ही नुकसान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार और झारखंड एक ही साथ रहा है. दोनों का रिश्ता एक साथ रहा है. कोई अलग नहीं है, एक साथ है.

बॉर्डर पर जाकर देख लीजिये, उधर भी…

सीएम ने कहा कि बिहार और झारखंड अलग हुए हैं, पर बोली एक ही है. बॉर्डर पर जाकर देख लीजिये, उधर भी मगही ही है. भोजपुरी भी उधर है. उन्होंने कहा कि पता नहीं किस कारण से ऐसा कर रहे हैं, इससे राज्य का हित नहीं होगा.

Also Read: Bihar News: डीआइजी शिवदीप लांडे को मधेपुरा के पहली विजिट में अपराधियों की खुली चुनौती, जमकर गरजी बंदूकें
क्या है विवाद

बोकारो व धनबाद जिले की क्षेत्रीय भाषा की सूची से भोजपुरी और मगही भाषा को शुक्रवार को हटा दिया गया था . वहीं उर्दू भाषा को इस सूची में शामिल किया गया . इन दोनों भाषाओं को हटाने की मांग को लेकर कई दिनों से धनबाद व बोकारो जिले में आंदोलन चल रहा था. झारखंड के इस फैसले का बिहार में चौतरफा विरोध हो रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें