केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौती की तो उसका असर दोनों के रेट पर पड़ा. पेट्रोल पर आठ रुपये प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क कम किया गया. इससे दोनों के रेट में आम आदमी को राहत मिलेगी. वहीं अब राज्य सरकारों को भी इसे लेकर फैसला लेना है. बिहार में पेट्रोल और डीजल को लेकर राज्य सरकार क्या फैसला लेने जा रही है, इसपर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है.
सीएम नीतीश कुमार ने पेट्रोल और डीजल के रेट से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी की है ये खुशी की बात है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के मुद्दे पर बैठक में बात की जाएगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछली बार भी बिहार सरकार ने दाम को कम कर दिया था. सीएम रविवार को जदयू कार्यालय पहुंचे और पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की. बैठक के बाद सीएम ने मीडिया के सवालों का जवाब देने के दौरान ये बातें कही.
Also Read: लालू यादव की मुश्किलें बढ़ाने में RJD के ही वरिष्ठ नेता का हाथ? प्रधानमंत्री से की थी CBI जांच की मांग!
बता दें कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बड़ी कटौती की है. शनिवार को सरकार ने पेट्रोल पर आठ रुपये प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क कम किया. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका एलान किया.
वित्त मंत्री ने कहा कि उत्पाद शुल्क में कटौती के कार अब पेट्रोल के दाम में 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में सात रुपये प्रति लीटर की कमी आयेगी. उत्पाद शुल्क की दर पर लगने वाले अन्य करों में कमी की वजह से ये राहत मिलेगी.
गौरतलब है कि नवंबर 2021 के बाद डीजल-पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पहली बड़ी कटौती की गयी है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उत्पाद शुल्क में कटौती करते हुए यह भरोसा जताया कि राज्य सरकारें भी पेट्रोल-डीजल पर लागू अपने करों में कटौती करेंगी.
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि गैर-भाजपा शासित राज्यों ने पिछले दिनों डीजल-पेट्रोल पर अपने करों में कटौती नहीं की थी. जबकि भाजपा शासित राज्यों ने ऐसा कर लिया था. वक्त आ गया है कि ये राज्य भी वैट कम कर लोगों को राहत दें.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan