बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सभी अधिकारियों को सभी सरकारी योजनाओं का निरीक्षण करने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी डीएम से कहा कि वे कानून-व्यवस्था देखने के लिए कभी-कभी रात में भी निरीक्षण करें. इसका दूरगामी असर होगा. सिविल सेवा दिवस पर अधिवेशन भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने सभी डीएम को जिला प्रबंधन परामर्श केंद्रों (डीआरसीसी) में जाकर वहां आम लोगों के लिए होने वाले कामकाज को लेकर बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने का हाथ उठाकर संकल्प दिलाया. सभागार में बैठे कई जिलों के डीएम को देख मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग सिर्फ मेरी बात सुनिएगा या डीआरसीसी जाइएगा भी. सभी डीआरसीसी में डीएम के बैठने की भी व्यवस्था की गयी है.
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में जिस सुविधा की आवश्यकता होगी, उनके प्रस्ताव पर सरकार निर्णय लेगी. यह समारोह सामान्य प्रशासन विभाग एवं बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी ने आयोजित किया था. इस दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए आइएएस अधिकारियों को सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पतालों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया. समारोह को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने भी संबोधित किया.
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सीएम ने जमीन विवाद खत्म करने के लिए सर्वे सेटलमेंट में तेजी लाने का निर्देश दिया और कहा कि इससे भूमि विवाद खत्म होगा. उन्होंने सात निश्चय के कार्यों का मेंटेनेंस व निरीक्षण करने का डीएम सहित अफसरों को निर्देश दिया. कहा कि हर घर नल का जल राज्य सरकार की उपलब्धि है.