पटना. राज्य में जेपी गंगा पथ सहित अन्य दो एसएच का निर्माण इस साल पूरा होगा. जेपी गंगा पथ के पहले चरण के तहत दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक का लोकार्पण चार जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों होने की संभावना है. इसके दीदारगंज तक बची सड़क का निर्माण अप्रैल 2023 तक पूरा होगा. वहीं, करीब 120 किमी लंबाई में बरुणा ब्रिज से रसियारी तक एसएस 88 और 67 किलोमीटर लंबाई में रुन्नीसैदपुर से भिस्वा तक एसएच 87 का निर्माण इसी साल पूरा होने की समय- सीमा निर्धारित है. इन सड़कों के बने जान से राजधानी पटना सहित राज्य के समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी जिले के लोगों को आवागमन में सीधी सुविधा होगी. तीनों सड़कों का निर्माण बीएसआरडीसीएल की देखरेख में हो रहा है.
सूत्रों के अनुसार जेपी गंगा पथ का दीघा से दीदारगंज तक करीब 20.5 किमी की लंबाई में करीब चार हजार करोड़ रुपये की लागत से सितंबर 2013 से निर्माण कार्य चल रहा है. इस सड़क के पहले चरण में दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के बीच 5.4 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. चार जून को लोकार्पण होने की संभावना है इसके बाद गाड़ियों का परिचालन शुरू हो जायेगा.
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इससे दीघा से गांधी मैदान आने-जाने वालों को सहूलियत होगी. बरुणा ब्रिज से रसियारी तक एसएस 88 का निर्माण करीब 120 किमी की लंबाई में करीब 1126 करोड़ रुपये की लागत से 2015 से चल रहा है. मुख्य रूप से समस्तीपुर जिले से गुजरने वाली यह सड़क 2017 में बनाने की समय सीमा तय की गयी थी, लेकिन जमीन अधिग्रहण सहित तकनीकी कारणों से इसमें विलंब हुआ है. अब इस सड़क का निर्माण इसी साल पूरा होने की संभावना है.
रुन्नीसैदपुर से भिस्वा तक एसएच 87 का निर्माण करीब 67 किमी की लंबाई में करीब 551 करोड़ रुपये की लागत से 2013 से चल रहा है. इस सड़क को बनने से मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी जिले के लोगों को आवागमन में सीधा लाभ होगा. इस सड़क को बनने में विलंब का मुख्य कारण जमीन अधिग्रहण और तकनीकी समस्या बतायी जाती है. अब इस सड़क का निर्माण इसी साल पूरा होने की संभावना है.