पटना : बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने गुरुवार को कहा कि राज्य में कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों में भी किसानों एवं उपभोक्ताओं के हित में कृषि विभाग के उद्यान निदेशालय द्वारा अब उपभोक्ताओं को किसानों के बागों के चुनिंदा, ताजा, प्राकृतिक रूप से पके हुए एवं गुणवत्तापूर्ण भागलपुर का जर्दालू आम एवं मुजफ्फरपुर का शाही लीची का होम डिलीवरी कराने का निर्णय लिया गया है. इच्छुक उपभोक्ता मुजफ्फरपुर का शाही लीची के लिए 25 मई से 15 जून तक तथा भागलपुर का जर्दालू आम के लिए 01 से 20 जून तक उद्यान निदेशालय के वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in पर दिये गये लिंक पर ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि उद्यान निदेशालय द्वारा जीआई टैग प्राप्त मुजफ्फरपुर का शाही लीची एवं भागलपुर का जर्दालू आम का ऑनलाइन बिक्री भारतीय डाक विभाग के माध्यम से मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं पटना के शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं के घर तक पहुंचाने के व्यवस्था की गयी हैं. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर का शाही लीची का ऑनलाइन क्रय मुजफ्फरपुर एवं पटना के शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं के द्वारा ही किया जा सकेगा. इसी प्रकार भागलपुर के जर्दालू आम का ऑनलाइन क्रय भागलपुर तथा पटना के शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं के द्वारा ही किया जा सकेगा.
मंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं के घर पर इन फलों के पहुंचने के उपरांत ही उपभोक्ता द्वारा राशि का भुगतान पीओएस मशीन अथवा कैश के रूप में अर्थात कैश ऑन डिलीवरी किया जायेगा. मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं पटना के चिह्नित पिन कोड वाले क्षेत्र के उपभोक्ता इन फलों का ऑनलाइन क्रय कर सकेंगे. उपभोक्ताओं को शाही लीची का शुद्ध वजन 2 किलोग्राम एवं जर्दालू आम का शुद्ध वजन 5 किलोग्राम के आकर्षक पैक में आपूर्ति किया जायेगा.
ये फल किसी रसायन के उपयोग के बिना अर्थात प्राकृतिक रूप से पका हुआ उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जायेगा, जो बाजार की तुलना में ज्यादा गुणवत्तापूर्ण एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा इन फलों का डाक पार्सल के माध्यम से उपभोक्ता के घर तक पहुंचाने में हुए खर्च का वहन संबंधित कृषक उत्पादक संगठन द्वारा किया जायेगा. फ्री होम डिलीवरी के लिए लीची न्यूनतम 2 किलोग्राम एवं आम न्यूनतम 5 किलोग्राम का ऑर्डर करना अनिवार्य होगा.
प्रेम कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर का शाही लीची एवं भागलपुर का जर्दालू आम इस वर्ष राज्य के दो-तीन जिलों में ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ऑनलाइन डिलीवरी शुरू की गयी है. अगर उपभोक्ताओं का सहयोग मिलेगा तो अगले मौसम से राज्य के अन्य जिलों में भी ऑनलाइन डिलीवरी की जायेगी. इस कार्य से एक तरफ जहां उपभोक्ता चुनिंदा, ताजा तथा गुणवत्तापूर्ण फलों का स्वाद चख पायेंगे. वहीं, इन फलों के उत्पादक किसानों को उनके फलों का उचित मूल्य मिल पायेगा, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी.
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