CoronaVirus Bihar Latest News Bihar Politics News Update Bihar Assembly Election 2020 पटना : भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बीमार और 70 वर्ष से अधिक की उम्र के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सहित सभी राजनीतिक, सामाजिक बंदियों की भी अविलंब रिहाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी पहले ही दिन से जेलों में कोरोना संक्रमण के फैलाव न होने देने को लेकर चिंतित रही है. हमने सरकार से इस बारंबार कहा है कि राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं व छोटे-मोटे मुकदमों में जेलों में बंद आम लोगों को सरकार जमानत अथवा पैरोल पर रिहा कर दे, ताकि जेलों में संक्रमण न फैले.
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने साथ ही कहा कि यदि जेल में संक्रमण फैल जाएगा तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी. लेकिन, सरकार ने इन बातों को लगातार अनसुना ही किया है. स्थिति यह है कि मधुबनी के जेल में वहां के अधीक्षक सहित 14 कर्मी संक्रमित हो चुके हैं और भी जेलों से संक्रमण की खबरें सामने आ रही हैं. ये स्थिति को और भी गंभीर बनायेगी. इसलिए सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रविवार को एक दिन में सबसे अधिक 1266 नये कोरोना के मरीज मिले. जो अब तक का रिकॉर्ड है. अब राज्य में कोरोना से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16,305 पहुंच गयी है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से अब तक 11,953 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. वर्तमान में संक्रमण के सक्रिय मामले 4226 हैं. वहीं अब तक 125 लोगों की मौत कोविड-19 से हो चुकी है. राज्य में संक्रमण से ठीक होने का दर 73़ 31 फीसदी दर्ज किया गया है. जो अभी भी राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. बिहार में कोरोना से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
वहीं, इससे पूर्व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य में प्रतिदिन 30 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट करने की मांग की है. उन्होंने रविवार को ट्वीट में लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साबित करने और प्रभावित करने के लिए अपनी सभी चतुर रणनीति की कोशिश की है कि बिहार में एक कोविड कोई समस्या नहीं है. तेजस्वी ने लिखा है कि वे शुरुआती दौर से पूछ रहे हैं कि हम रोजाना कितने टेस्ट कर रहे हैं? राज्य में जैसे ही कोरोना टेस्ट की संख्या प्रतिदिन सात हजार से अधिक बढ़ाई गयी तो इसके क्या परिणाम सामने आये?
Upload By Samir Kumar