पटना : राज्य में शुक्रवार को कोरोना के 478 नये केस मिले. इसके साथ ही पॉजिटिवों की संख्या बढ़कर 11,111 हो गयी है. पिछले 24 घंटे में 217 मरीज स्वस्थ हुए हैं. अब तक 8211 (73.90%) मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं. वहीं, पांच और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी. अब तक 84 की जान गयी है.
पटना जिले में शुक्रवार को एक बार फिर से 48 कोरोना संक्रमित मिले. खास बात है कि इनमें एक संक्रमित पुनपुन का भी है़ अब तक पुनपुन प्रखंड कोरोना संक्रमण से अछूता था़ इसके साथ ही नौबतपुर में 15,दानापुर में आठ, दनियावां में सात, एसके पुरी में चार, पटनासिटी, बख्तियारपुर, कुम्हरार, कंकडबाग, पालीगंज व दीघा के नकटा दियारे में एक-एक संक्रमित मिले हैं. सात अन्य इलाकों में मिले हैं.
जानकारी के अनुसार, ये सभी पूर्व में संक्रमित हुए लोगों के संपर्क में आने के कारण पीडित हुए हैं. अब इन सभी के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान कर उनकी भी जांच करायी जायेगी़ मालूम हो कि पटना जिले में घोसवरी व पुनपुन प्रखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं था़ अब जिले में केवल घोसवरी प्रखंड बचा हुआ है, जहां तक कोरोना का संक्रमण नहीं पहुंचा है़ बाकी अन्य सभी प्रखंडों में कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं.
एनएमसीएच में गुरुवार की रात व शुक्रवार को एक-एक कर तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी. जबकि गुरुवार को मरे नालंदा के संदिग्ध की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आयी है. अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा ने बताया कि जिन मरीजों की मौत हुई है, उसमें मोतिहारी श्रीपुर के 50 वर्षीय कैंसर पीड़ित हैं. वे 29 जून को महावीर कैंसर संस्थान से रेफर हो कर यहां भर्ती हुए थे. उनकी मौत शुक्रवार की सुबह हुई. एक जुलाई को आइजीआइएमएस से रेफर होकर भर्ती हुई रक्सौल की 42 वर्षीय महिला लकवा की बीमारी से पीड़ित थी. उनकी मौत गुरुवार की देर रात हुई है.
अस्पताल में 29 जून को भर्ती हुए गायघाट आलमगंज पटना के 55 वर्षीय जो हृदय रोगी था, उसकी भी मौत शुक्रवार को हो गयी. इधर गुरुवार को मरे संदिग्ध नालंदा निवासी 45 वर्षीय की जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा का कहना है कि तीनों संक्रमित मरीज की मौत कोरोना से नहीं बल्कि बीमारी की वजह से हुई होगी. क्योंकि गंभीर अवस्था में ही रेफर कर यहां भेजा गया था.