पटना. बिहार में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है. शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में हुई जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच रिपोर्ट में बीए 12 वैरिएंट की पुष्टि की गयी है. हालांकि संस्थान के डॉक्टरों का कहना है कि तीसरी लहर में मिलने वाला नया वैरिएंट ओमिक्रॉन बीए 2 की सब प्रजाति है व उससे पांच गुना कमजोर है. ऐसे में घबराने वाली कोई बात नहीं है. वहीं दिल्ली में अब तक इस वैरिएंट के सिर्फ दो से तीन केस मिले हैं. जबकि वर्तमान में दिल्ली, मुंबई व यूपी में चौथी लहर की आशंका में जो नये वैरिएंट की पुष्टि हुई है, उसकी तुलना में बीए 12 पूरी तरह से अलग व कमजोर है.
संस्थान के डॉक्टरों के मुताबिक फरवरी के अंतिम सप्ताह में 13 संदिग्ध लोगों के सैंपल आइजीआइएमएस में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आये थे. इसमें तीन पटना व बाकी 10 बिहार के अलग-अलग जिलों के लोग शामिल थे. माइक्रोबायोलॉजी की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ नम्रता कुमारी का कहना है कि 2 महीने पहले जीनोम सीक्वेंसिंग सैंपल आये थे. इनमें 12 सैंपल में बीए 2 मिला है, लेकिन एक सैंपल में बीए 12 मिला है. वहीं आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि अमूमन अधिकांश लोगों में कोई न कोई वायरस शरीर के अंदर रहता है.
नया वैरिएंट बीए 12 पूरी तरह बीए 1 और बीए 2 से अलग है. यह बीए 2 से भी पांच गुना कमजोर है. यह वैरिएंट ओमिक्रॉन का ही नया म्यूटेंट वैरिएंट है. यह एक्सइ वैरिएंट से भी काफी अलग है. एक्सइ रिकॉम्बिनेशन वैरिएंट है और यह म्यूटेंट वैरिएंट है. बीए 12 ओमिक्रॉन के बीए 1 और बीए 2 की तरह एक सब वैरिएंट है.
पटना. राज्य में कोरोना के नये दो संक्रमित मिले हैं. इसके साथ ही एक्टिव मरीजों की संख्या 31 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार नये संक्रमितों में दो पटना जिला में पाये गये हैं. पिछले 24 घंटे में एक लाख नो हजार 78 सैंपल की जांच हुई है. अब तक आठ लाख 18 हजार 261 मरीज ठीक हुये हैं. कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.52 फीसदी है.