पटना के गर्दनीबाग थाने के अनिसाबाद की पुलिस काॅलाेनी के सामने स्थित आइआइएफएल गोल्ड फाइनांस कंपनी से तीन जून, 2022 को 4.50 कराेड़ के नौ किलाे साेना व 9.85 लाख नकद की लूट के मामले में पुलिस ने एक अपराधी रवि राय को गिरफ्तार कर लिया है. रवि राय ने कई राज्यों में सोने की लूट की है. इसे यूपी की मऊ जिले के एसपी अविनाश पांडेय की टीम के सहयोग से लखनऊ के सरयू अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 107 इ-2 से पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया. यह मऊ जिले के दाेहरी घाट थाने के सियरही बर्जना गांव का रहने वाला है. इसने मऊ में भी सोने की लूट की थी. पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर मंगलवार को पटना ले आयी है.
आरोपी ने पूछताछ में अपने साथियों के नामों की भी जानकारी दी है. हालांकि, इसके पास से लूटा गया सोना बरामद नहीं किया जा सका है. उसके पास से बरामद एक मोबाइल फोन को भी पुलिस ने खंगाला है. हालांकि, लूट की घटना में शामिल पंकज सहित चार अन्य फरार हैं. इन अपराधियों को लूट के लिए बेऊर के एक अपराधी ने ही पटना बुलाया था. पंकज गाेरखपुर के जुही बाजार के गाेलारिहा का रहने वाला है. एक अन्य गोरखपुर का और दूसरा मऊ जिले का रहने वाला है.
प्रभारी सिटी एसपी सेंट्रल राजेश कुमार व सचिवालय डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि रवि को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी, क्योंकि सोना अब तक बरामद नहीं किया जा सका है. साथ ही अन्य अपराधी अभी फरार हैं.
बताया जाता है कि तीन जून 2022 को दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी बाइक से सोना लेकर मसौढ़ी पहुंचे. इसके बाद वहां किराये पर एक स्कॉर्पियो ली और राज्य से बाहर निकल गये. पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज चेक किया था, तो उनके मसौढ़ी की ओर भागने की जानकारी मिली. फुटेज में आये तस्वीर से ही उनकी पहचान की गयी. एक अपराधी के हाथ में लाल रंग का रक्षासूत्र था और उसने हल्की दाढ़ी रखी थी. इससे भी पुलिस को जांच करने में काफी मदद मिली. सीसीटीवी फुटेज को यूपी पुलिस को भी भेजा गया था और फिर उनकी पूरी तरह से पहचान हुई. इसके बाद पटना पुलिस मऊ पहुंची, लेकिन सभी फरार थे. यहां तक कि इश्तेहार तक चिपका दिया गया था.
पटना की एक टीम लगातार छह माह से मऊ में ही कैंप किये हुई थी और वहां के एसपी की टीम के संपर्क में थी. घटना के बाद ये अपराधी बराबर अपना लोकेशन बदल रहे थे, इसलिए पकड़े नहीं जा रहे थे. गिरोह का सरगना रवि व पंकज हैं और इन लोगों ने सिर्फ इंटर तक की पढ़ाई की है. इन दोनों के पिता धनबाद के कोयला खदान में काम करते थे, इसके कारण दोस्ती थी. इसी बीच पंकज को कुछ लुटेरों से दोस्ती हुई और इसने 2017 से ही घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया. पंकज ने गया के वजीरगंज के एक रिश्तेदार की मदद से वर्ष 2021 में गया-नवादा मेन राेड पर स्थित चंदन मार्केट में गोल्ड लोन देने वाली माइक्राे फाइनांस कंपनी की रेकी की. इसके बाद रवि व पंकज ने तीन अगस्त, 2021 को कंपनी से दाे किलाे साेना व 3.36 लाख नकद लूट लिया.
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उत्तराखंड के हरिद्वार, पश्चिम बंगाल, यूपी के मऊ, राजस्थान में सोना लूट की कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर ये कई राज्यों की पुलिस के लिए मुसीबत बन बैठे. अब तक का आकलन है कि इस गिरोह ने कई राज्यों से करीब 80 करोड़ का सोना लूटा है. रवि ने मऊ में एक नाबालिग से दुष्कर्म भी किया था और इस केस के अलावा हत्या के प्रयास, लूट के मामला भी दर्ज हैं. इसे यूपी की मऊ पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में जेल भी भेजा था, लेकिन यह जमानत पर छूट गया था. इस गिरोह ने लूट का सोना बेच कर करोड़ों की जमीन व आलीशान मकान भी बनवाया है. पुलिस इन लोगों की संपत्ति की जब्ती की भी कार्रवाई करेगी.