पटना. साइबर फ्रॉड और हवाला का कारोबार करने वाले गिरोह के मामले में जांच के दौरान लखीसराय पुलिस को कई सारी जानकारी मिली हैं. गिरोह के 15 अलग-अलग बैंकों के 87 खातों को खंगालने के बाद उन्हें फ्रीज करवा दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार इन खातों में सबसे अधिक एसबीआइ के 27 और एक्सिस बैंक के 11 खाते शामिल हैं. पुलिस इस मामले में फरार चल रहे पटना के विशाल, संतोष व राजा और किऊल के अमरजीत की तलाश में छापेमारी कर रही है.
पटना पुलिस भी मामले में छानबीन कर रही है. लखीसराय पुलिस सबसे पहले जिले से ही दो साइबर फ्रॉड पंकज और संतोष को गिरफ्तार किया. दोनों से पूछताछ में जानकारी मिली कि उनके गिरोह के कुछ शातिर पटना में बैठे हुए हैं और वहीं से खेल करते हैं. इसकी जानकारी पटना पुलिस को दी गयी. पटना पुलिस के सहयोग से लखीसराय पुलिस ने पटना से एक नाबालिग, रतन कुमार और ललन को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के वक्त ही ललन अपने मोबाइल को पटककर तोड़ दिया था. अब पुलिस ललन को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है.
पुलिस अब गिरोह से खाताधारकों के बारे में जानकारी लेगी. सूत्रों ने बताया कि गिरोह के सदस्य एक खाते पर रकम का 10 प्रतिशत कमिशन खाताधारक को देते थे. सूत्रों ने बताया कि गिरोह के सदस्य खाताधारकों से कहते थे कि कंपनी का पैसा आता है और इसके लिए खातों की जरूरत है. जिनके खातों में जितना पैसा आयेगा, उसका 10 प्रतिशत खाताधारक को मिलेगा.
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केवाइसी के डॉक्यूमेंट के सहारे पुलिस को वास्तविक खाताधारकों की जानकारी मिलेगी. इसके बाद इन खाताधारकों से पुलिस पूछताछ भी करेगी. पुलिस की जांच में यह बात आयी है कि साइबर शातिर खाताधारकों को प्रलोभन देकर उनका बैंक अकाउंट भाड़े पर ले लिया था. साथ ही पुलिस इन बैंकों से 15 दिनों के अंदर की गयी कार्रवाई से अवगत कराने को भी कहा गया है. अब तक की छानबीन में पता चला कि एक्सिस बैंक, एसबीआइ, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक सहित कुल 15 बैंकों में खातों का शातिर इस्तेमाल करते थे.