सुमित कुमार, पटना. अगर आपको भी घर बैठे ऑनलाइन फेसबुक पोस्ट या यू-ट्यूब वीडियो लाइक-सब्सक्राइव करने पर पैसे देने का ऑफर मिले, तो सतर्क हो जाइए. हो सकता है कि कुछ दिनों तक आपके अकाउंट में कुछ सौ-हजार रुपये मिले, फिर लालच में फंस कर अकाउंट में जमा पूरा पैसा ही साफ हो जायेगा. ऑनलाइन की दुनिया के शातिर अपराधी आज कल लोगों को इसी अंदाज में ठग रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) को लगातार मिल रही शिकायतों में ऐसे मामले बढ़े हैं.
सबसे पहले किसी व्यक्ति के मोबाइल पर मैसेज आता है कि फेसबुक या यू-ट्यूब पर वीडियो लाइक करने पर उसको प्रति लाइक 50 रुपये मिलेंगे. तैयार होने पर व्यक्ति को एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ दिया जाता है. इस पर लगातार वीडियो शेयर होते हैं, जिसे लाइक या सब्सक्राइब करने के बाद स्क्रीनशॉट शेयर करना होता है. वायदे के मुताबिक लोग स्क्रीनशॉट शेयर करते हैं. कुछ दिनों बाद व्यक्ति के पास कॉल आती है, जिसमें उसे अपना पैसा पाने के लिए बैंक डिटेल शेयर करने के साथ ही क्रिप्टो टू डॉट काॅम पर रजिस्टर्ड होने के लिए कहा जाता है. फिर अपनी कमाई का पैसा निकालने के लिए उसे क्रिप्टो इप्टो डॉट काॅम पर निवेश करने के लिए कहा जाता है. इसमें निवेश करने पर कुछ दिनों तक उसे मुनाफा दिखता है. इसी लालच में व्यक्ति और रकम निवेश करता चला जाता है. इस तरह वह लाखों रुपये गंवा देता है. उसको अपनी राशि निकालने के लिए और निवेश करने को कहे जाने पर उसे अपनी ठगी का अहसास होता है.
शेखपुरा के एक व्यक्ति के व्हाट्सएप नंबर पर घर बैठे आसानी से पैसे कमाने का मैसेज आया. साइबर अपराधियों ने उनको यूट्यूब लाइक करने व प्रीपेड टास्क पूरा करने का झांसा देकर 32 लाख रुपये ठग लिये. हालांकि शिकायत मिलने पर पुलिस ने 15.27 लाख रुपये को संदिग्ध खातों में होल्ड करा लिया है.
समस्तीपुर के एक व्यक्ति को ऑनलाइन काम करने पर पैसे देने का मैसेज मिला. साथ में और लोगों को जोड़ने पर अतिरिक्त कमीशन देने का भी लालच दिया. इस प्रकार उनसे 4.18 लाख रुपये की ठगी की गयी, जिसमें से 2.68 लाख रुपये पुलिस ने होल्ड करा लिया है. इसी तरह, पटना के एक व्यक्ति से भी पोस्ट लाइक करने का झांसा देकर 9.63 लाख रुपये की ठगी की गयी.
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किसी भी तरह के ऑफर और लालच में न फंसें
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अनजान व्यक्ति के बहकावे में ना आएं
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अच्छी तरह जांच करने के बाद ही अपनी बैंक अकाउंट की डिटेल शेयर करें
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फेसबुक, ट्विटर आइडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें
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किसी वेरिफाइड वेबसाइट पर ही बैंक डिटेल सबमिट करें
तत्काल साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 पर काल करें. इसके साथ ही साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराएं. यहां पर दर्ज होने वाली शिकायतों की रियल टाइम ट्रैकिंग होती है. अगर शिकायत समय पर मिले तो संदिग्ध खाते में गयी रकम को होल्ड कराया जा सकता है.
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बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि साइबर अपराधी अब यूट्यूब-फेसबुक लाइक करने पर मोटी कमाई का लालच देकर ठगी कर रहे हैं. प्रीपेड टास्क के नाम पर पहले पैसे जमा कराते हैं और फिर वापस नहीं लौटाते. साइबर क्राइम की शिकायत सही समय पर मिले तो संदिग्ध अकाउंट में गयी राशि को होल्ड करा कर उसे वापस लौटाया जा सकता है.