पटना के बाजार में इ-स्कूटी की मांग बढ़ गयी है. पेट्रोल के रेट बढ़ने के कारण ग्राहकों के बढ़ते रुझान के कारण पिछले कुछ वर्षों के दौरान शहर में इ-स्कूटी के कई नये शोरूम भी खुले हैं. मगर बाजार में बढ़ी मांग की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. प्रमुख ब्रांडेड कंपनियों के मॉडल के लिए दो माह से अधिक की वेटिंग चल रही है. दूसरी तरफ ग्राहकों का गैर ब्रांड पर उतना भरोसा नहीं जम रहा है. इस कारण भले ही ब्रांडेड कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए वेटिंग हो, मगर गैर ब्रांड की कंपनियों के इ-स्कूटर आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं.
जानकार बताते हैं कि सेमी कंडक्टर उपलब्ध नहीं होने के कारण उत्पादन ठप हो गया है. इसके कारण भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. सेफ्टी के नाम पर कंपनी ने 20 लाख से अधिक का निवेश करा दिया है. उसकी भरपाई कैसे होगी. हीरो इलेक्ट्रिक स्कूटी के अधिकृत विक्रेता स्नेहा ऑटो के प्रमुख सुशांत शेखर ने बताया कि मार्च माह में कुछ मॉडल कंपनी ने दिये थे, लेकिन दो माह से तो एक भी इ-स्कूटी नहीं मिली है. कंपनी बार -बार आश्वासन दे रही है कि जल्द माल मिल जायेगा. उन्होंने बताया कि चिप्स के कारण उत्पादन पूरी तरह ठप है.
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मिली जानकारी के अनुसार पटना शहर के आसपास 50 से अधिक शोरूम हैं. ब्रांडेड कंपनियां तीन साल की वारंटी दे रही हैं. पटना के बाजार में इ-स्कूटी 70 हजार से एक लाख तक की कीमत में उपलब्ध हैं. देनी टीवीएस के निदेशक अमरजीत सिंह ने बताया कि पटना शहर में ब्रांडेड कंपनियों की हर माह लगभग 400 से 500 से इ-स्कूटी की मांग है. वहीं, दूसरी कंपनियों की इ-स्कूटी एक माह में लगभग 50 से 60 बिक रही हैं. इधर, लगन में इ-स्कूटी की डिलिवरी का ग्राहक इंतजार कर रहे हैं.