पटना. जिले में डेंगू के रोजाना रिकॉर्ड तोड़ केस सामने आ रहे हैं. बीते 15 छह दिनों से हर रोज औसतन 200 से 300 के आसपास नये मरीज मिल रहे हैं. शुक्रवार को फिर से जिले में 373 नये मरीज मिले हैं. इसके साथ ही जिले में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2696 के पार है. इनमें सबसे अधिक पीएमसीएच में 84, एनएमसीएच में 63 और आइजीआइएमएस में 58 कुल 205 मरीज संबंधित मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में चिह्नित किये गये हैं.
इसके अलावा जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल, प्राइवेट लैब व प्राइवेट अस्पतालों में 168 मरीज के साथ कुल 373 मरीज डेंगू पॉजिटिव हुए हैं. पिछले 15 दिन में ही संख्या दो हजार के पार पहुंच गयी है. वहीं सिविल सर्जन डॉ केके राय ने कहा कि पीएमसीएच में 100 व एनएमसीएच में 75 बेड का डेंगू वार्ड हो गया है. इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 10 से 15 प्रतिशत डेंगू वार्डमें बेड की संख्या बढ़ा दी गयी है.
पटना के पॉश व नवनिर्मित मुहल्लों में डेंगू मच्छर का कहर ज्यादा है. जबकि स्लम एरिया में डेंगू मच्छर का असर न के बराबर हैं. पटना में अचानक ही डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा होने के बाद यह शक किया गया कि गंदे इलाकों से ही इसके मच्छर पनप रहे हैं.
इसे लेकर जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर प्रशासन के साथ नगर निगम व मलेरिया विभाग की टीम ने वैसे इलाकों का निरीक्षण किया, जहां डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक थी. जांच में मामला उल्टा निकल गया. जिन इलाकों के मरीज थे, वहां बहुमंजिली इमारतें थीं और हर घर में एसी व कूलर लगे हुए थे.
डेंगू के सबसे अधिक केस अजीमाबाद अंचल का है. इस अंचल में पड़ने वाले अजीमाबाद, बजरंगपुरी, संदलपुर, बिस्कोमान कॉलोनी आदि पॉश इलाके की श्रेणी में आते हैं. यहां कई बहुमंजिली इमारतें और अपार्टमेंट बने हुए हैं. अजीमाबाद अंचल से करीब 800 और बांकीपुर अंचल से करीब 600 से अधिक डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं.