बिहार में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. डेंगू से पीड़ित होकर 215 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि इसके कुल मरीजों की संख्या इस साल 1000 के नजदीक पहुंच गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को काबू करने के लिए सभी जिलों को विशेष अलर्ट किया है. साथ ही सभी को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सोमवार को सभी जिलों के सिविल सर्जन, मेडिकल कालेज अस्पताल अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर डेंगू को लेकर अपडेट लिया.
917 हुई डेंगू पीड़ितों की संख्या
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि इस वर्ष राज्य में डेंगू के कुल मामले 917 हो गए हैं. इनमें निजी अस्पताल द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के 166 डेंगू मरीज भी शामिल हैं. जिलों से मिले आंकड़े को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग नगर निगम के साथ मिलकर गहन रूप से लार्वीसाइट का छिड़काव सुनिश्चित करें और फागिंग भी कराये. पानी का जमाव नहीं न होने पाये यह भी सुनिश्चित किया जाये और अस्पतालों में विशेष छिड़काव का निर्देश भी दिया.
शुक्रवार को होगी अस्पतालों की समीक्षा
प्रत्यय अमृत ने कहा कि शुक्रवार को एक बार फिर सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम जायेगी. यह टीम डेंगू से जुड़े मामलों की समीक्षा के साथ मिशन परिर्वतन की भी समीक्षा करेगी. जिलों को प्लेटलेट्स की उपलब्धता बनाये रखने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही यह भी हिदायत दी गयी कि इतना प्लेटलेट्स भी न इकट्ठा करें जिससे उसको नष्ट करना पड़े.
हर दिन आठ से 10 यूनिट प्लेटलेट्स की जरूरत
पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, पटना एम्स, जय प्रभा ब्लड बैंक और एनएमसीएच में रोजाना आठ से 10 यूनिट प्लेटलेट्स की मांग हो रही है. जबकि 10 दिन पहले तीन से पांच यूनिट प्लेटलेट्स की खपत थी. इसके अलावा शहर के प्रथमा ब्लड सेंटर, मां ब्लड सेंटर और रेड क्रॉस ब्लड सोसाइटी ब्लड सेंटर में रोजाना चार से छह यूनिट प्लेटलेट्स की मांग हो रही है. जबकि इससे पहले प्राइवेट सेंटरों में अधिकतम तीन यूनिट की खपत थी.
42 दिन तक खून व पांच दिन रहती है प्लेटलेट्स की लाइफ
गार्डिनर रोड अस्पताल के निदेशक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि ब्लड सेंटरों में खून की लाइफ 42 दिन तक होती है. जबकि प्लेटलेट्स अधिकतम पांच दिन तक ही सुरक्षित रहता है. इसके बाद अगर खून या प्लेटलेट्स सेंटरों में बच जाते हैं, तो उसे नष्ट कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स काउंट का पता सीबीसी यानी कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट से चलता है. प्लेटलेट्स खून का एक हिस्सा है जो खून को थक्का बनाने में मदद करता है. किसी कारण से यदि प्लेटलेट्स 50 हजार से कम हो जाएं, तो चिंता की बात नहीं. लेकिन 10 हजार से नीचे हो जाएं व रक्तस्राव होता है, तो तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए.
डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल का न करें प्रयोग
डॉ संतोष कुमार ने कहा कि कहा कि इन दिनों डेंगू की बीमारी तेजी से फैल रही है. ऐसे में कई लोग बिना डॉक्टर की सलाह के मेडिकल स्टोर और झोलाछाप से लगातार एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल का प्रयोग कर रहे है. गलत एंटीबायोटिक और दर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से प्लेटलेट्स अचानक गिर सकता है और मरीज कई परेशानियों से घिर सकता है. ऐसे में बिना विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह के किसी तरह की दवा का सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है. वहीं, डेंगू में यदि नाक, मसूड़े अथवा शौच के दौरान खून आने लगे, पेट में दर्द हो, तो तत्काल अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए.
डेंगू से घबराएं नहीं, समय पर इलाज कराएं
डॉ संतोष ने कहा कि डेंगू होने पर घबराना नहीं चाहिए. लक्षण पता होते ही तुरंत जांच कर इलाज कराना चाहिए. अगर 10 हजार से नीचे प्लेटलेट्स है, तभी भर्ती होने की जरूरत पड़ती है. दवा व अच्छे खान-पान से बीमारी ठीक हो सकती है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अलावा अनुमंडलीय अस्पताल, पीएचसी आदि सरकारी अस्पतालों में सीबीसी, एनआइसी आदि तकनीक से डेंगू की जांच निशुल्क की जा रही है. ऐसे में लक्षण दिखते ही तुरंत अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुंच कर जांच करा लेना चाहिए.
ये हैं डेंगू के गंभीर लक्षण
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मसूढ़ों में सूजन
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पेट में तेज दर्द
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नाक, उल्टी व पैखाने में खून आना
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मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
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बीपी का कम होना
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चमकी आना
डेंगू के सामान्य लक्षण
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बुखार
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सिर दर्द
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बदन दर्द
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आंखों के पीछे दर्द
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त्वचा पर लाल चकत्ते होना डेंगू है
यह है बचाव के उपाय
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मच्छरदानी लगाकर सोएं
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मच्छर से बचाव के लिए क्रीम लगाएं
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जल जमाव न होने दें
क्या सावधानी बरतनी चाहिए
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ठंडा पानी न पीएं, मैदा और बासी खाना न खाएं.
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खाने में हल्दी, अजवाइन, अदरक, हींग का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें.
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इस मौसम में पत्ते वाली सब्जियां, अरबी, फूलगोभी न खाएं.
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हल्का खाना खाएं, जो आसानी से पच सके.
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पूरी नींद लें, खूब पानी पीएं और पानी को उबालकर पीएं.
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मिर्च-मसाले और तला हुआ खाना न खाएं, भूख से कम खाएं, पेट भर न खाएं.
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खूब पानी पीएं, छाछ, नारियल पानी, नींबू-पानी आदि खूब पिएं.
विभिन्न अस्पतालों में डेंगू मरीजों के आंकड़े
एम्स पटना – 9, आइजीआइएमएस पटन – 10, पीएमसीएच पटना-10, एनएमसीएच पटना -12, एसकेएमसीएस मुजफ्फरपुर -6, डीएमसीएच भागलपुर – 4, जेएलएनएमसीएच भागलपुर – 115, बीएमआइएमएस, पावापुरी – 18, गवर्नमेंट मेडिकल कालेज बेतिया – 1, गवर्नमेंट मेडिकल कालेज पूर्णिया – 7
बीते सात दिनों में मिले डेंगू के नये मामले
6 सितंबर -101, 7 सितंबर – 45, 8 सितंबर – 131, 9 सितंबर – 148, 10 सितंबर – 71, 11 सिंतबर – 134, 12 सितंबर – 71