पटना. साइबर ठगों ने एक नया कारनामा किया है. पहले मोबाइल नंबर बंद करवाया, फिर उस शख्स के नाम पर एटीएम रिसिव किया और इसके बाद एटीएम से साढ़े 12.24 लाख रुपये की निकासी कर ली. यही नहीं साइबर शातिरों ने डॉ. राजीव के नाम पर उनके एफडी से 8.5 लाख का लोन भी उठा लिया और उसे किसी दूसरे खाते में ट्रांजेक्शन कर दिया. इस बात की जानकारी तब हुई जब वह बीते शनिवार की देर शाम सात बजे बेऊर जेल से छूट अपने घर पहुंचे.
दरअसल जिम ट्रेनर पर जानलेवा हमला मामले में डॉ. राजीव बेऊर जेल में बंद थे. सोमवार को बैंक पहुंचने के बाद साइबर ठगों द्वारा निकाली गयी रकम की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि अभी तक उस नंबर पर नया सिम इशू कराने का मैसेज आ रहा है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में राजीवनगर थाने में आवेदन देने गया, लेकिन आवेदन रिसिव नहीं किया गया है. वहीं थानेदार ने कहा कि अभी इस बात की मुझे जानकारी नहीं है.
पुलिस कस्टडी में है मेरा मोबाइल
डॉ. राजीव ने बताया कि पुलिस कस्टडी में मेरा मोबाइल जब्त है. बैंक से जानकारी मिली कि मेरा मोबाइल नंबर बंद करा दिया गया है. मैंने कस्टमर केयर को फोन लगाया तो पता चला कि साइबर शातिरों ने मेरा पूरा डिटेल पहचान बता कर नंबर को बंद करा दिया है. यही नहीं इ-मेल आइडी का पासवर्ड चेंज कर दिया, नेट बैंकिंग ऑनलाइन भी किया गया है.
एटीएम इशू करा पोस्ट ऑफिस से कर लिया रिसिव
साइबर शातिरों ने डॉ. राजीव के नाम से एटीएम भी इशू करवाया है. उन्होंने बताया कि सबसे हैरत की बात यह है कि मेरे एसबीआइ बैंक से साइबर ठगों ने मेरे नाम से एटीएम इशू करवा लिया. इसके बाद पोस्ट के माध्यम से एटीएम को रिसिव कर उसी से पैसे निकाल लिये हैं. साइबर शातिरों ने एफडी से मेरे नाम पर साढ़े आठ लाख का लोन पास करा उस पैसे की भी निकासी कर ली है.
जमानत पर छूटे, तो मिली जानकारी
पूरे पैसे की निकासी राजीवनगर स्थित उनके एसबीआइ खाते से हुई है. शातिरों ने बोरिंग रोड स्थित आइडीबीआई बैंक के खाते का पैसा एसबीआइ में ट्रांजेक्शन करवाया और इशू कराये गये एटीएम से सारा पैसा निकाल लिया गया. डॉ. राजीव ने बताया कि बैंक में जाकर पता चला कि दिल्ली, पटना समेत अन्य जगहों से यह पैसा निकासी हुई है. यहां तक कि बीते रविवार को एक लाख रुपये की निकासी की गयी है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha