बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने राज्य स्कूलों में अध्यापन के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान देने वाले 20 शिक्षकों को टीचर्स डे के अवसर पर पटना में राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया. शिक्षा मंत्री ने इन शिक्षकों को 15 हजार रुपये का चेक, शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और पौधा देकर पुरस्कृत किया. इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि वह दिल लगाकर पढ़ायें. शिक्षक दिवस पर पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा कि दिसंबर में एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. सरकार की तरफ से घोषित 10 लाख नौकरियों में चार लाख नौकरियां अकेले शिक्षा विभाग देगा.
बड़े स्तर पर नियोजन करने जा रहा शिक्षा विभाग
शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने विभागीय अधिकारियों को सचेत किया कि वह किसी भी परिस्थिति में हड़बड़ी में कोई भी निर्णय न लें. इससे सरकार की किरकिरी होती है. इसमें सतर्कता बरतनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में आउट सोर्सिंग के जरिये कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों की हो रही नियुक्ति में गड़बड़ियां की जा रही हैं. इन्हें दूर किया जाये. उन्होंने अपील की है कि गड़बड़ी करने वाले दलाल और उचक्कों से सावधान रहें. विभाग बड़े स्तर पर नियोजन करने जा रहा है. कहा कि शिक्षकों के सम्मान की रक्षा हर कीमत पर जरूरी है.
शिक्षकों पर कार्रवाई दंडात्मक नहीं, सुधारात्मक होना चाहिए
शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने हम स्कूलों के निरीक्षण के पक्षधर हैं. हालांकि ये निरीक्षण सुधारात्मक होना चाहिए. दंडात्मक नहीं. प्रजातंत्र में लोकशाही है. राजशाही का यहां पर कोई स्थान नहीं. निरीक्षण में पदानुक्रम का ध्यान रखा जाये. कहा कि शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए पॉलिसी तय हो चुकी है. जल्दी ही पोर्टल के जरिये स्थानांतरण के लिए आवेदन मांगे जायेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के संविधान से देश चल रहा है. मनु के संविधान से नहीं है. एक दौर था कि एक वर्ग विशेष को शिक्षा से वंचित रखा जाता था,लेकिन अब ऐसा संभव नहीं है. शिक्षकों की भूमिका राष्ट्र निर्माण की है.
शिक्षा मंत्री ने इन मुद्दों पर विभागीय पदाधिकारियों की चेताया
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हड़बड़ी में निर्णय लेकर सरकार की न कराएं किरकिरी
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आउट सोर्सिंग में की जा रही नियुक्तियों में मिली गड़बड़ी की शिकायत
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दलाल और उचक्कों की सक्रियता से किया सतर्क
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निरीक्षण सुधारात्मक हों, दंडात्मक नहीं
इन शिक्षकों को किया गया सम्मानित
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शिक्षा मंत्री ने उच्च माध्यमिक विद्यालय, मधेपुरा
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कटिहार के शिक्षक अर्जुन कुमार साहा,
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उच्च विद्यालय मलमल मधुबनी की संगीता कुमारी,
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मध्य विद्यालय हरिहरपुर वैशाली के उमेश कुमार यादव,
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कैमूर स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय आरा के राजीव कुमार ,
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मध्य विद्यालय लक्ष्मीसागर दरभंगा की प्रभारी प्रधान शिक्षक पुष्पा कुमारी,
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बक्सर स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय सिमरी के मनीष कुमार ,
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औरंगाबाद स्थित मध्य विद्यालय बसडीहा कला के प्रधान शिक्षक कौशल किशोर,
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वैशाली स्थित पृथ्वी सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय जहांगीरपुर के प्राचार्य मो शफुजमान,
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रोहतास स्थित रामध्य विद्यालय शिवगंज के प्रधान शिक्षक संजय कुमार,
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रोहतास स्थित प्रो बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की शिक्षक पूनम कुमारी,
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बेगूसराय रुचियाही उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधान शिक्षक संजय कुमार पोद्दार,
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पटना स्थित राजकीय बालिका उमाविकी प्राचार्य डॉ पूनम सिन्हा ,
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समस्तीपुर मालदह प्रा कन्या वि के शिक्षक वैद्यनाथ रजक,
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पटना की प्राथमिक विद्यालय प्रखंड कालोनी की शिक्षक नीतू शाही ,
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उर्दू मध्य विद्यालय बगाही भोजपुर के प्राचार्य सुरेश कुमार सिंह ,
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वैशाली बेलवरघाट के आरपीसीजेएसएसवि विद्यालय के शिक्षक अनिल कुमार,
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समस्तीपुर के गुलाब बुबना उमावि के शिक्षक अनूप निरंजन,
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पटना स्थित राजकीय मूक बधिर बालक विद्यालय के प्राचार्य सुबीर बनर्जी ,
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सीतामढ़ी जिला स्थित मलहटोल मध्य विद्यालय की शिक्षक प्रिंयका कुमारी ,
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कटिहार बालिका मध्य विद्यालय अमदाबाद की शिक्षक स्वर्णलता को राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया.
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पटना,नालंदा और पश्चिमी चंपारण के डीइओ भी सम्मानित किये गये
शिक्षक कल्याण कोष में 2022 के दौरान सर्वाधिक राशि जमा कराने वाले तीन डीइओ मसलन नालंदा डीइओ केशव प्रसाद, पटना डीइओ अमित कुमार और पश्चिमी चंपारण के डीइओ रजनीकांत प्रवीणय को भी सम्मानित किया गया.