पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को ऑडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के 200 से ज्यादा कार्यकार्ताओं को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण यह पहला मौका है जब होली, रामनवमी से लेकर ईद तक लोगों को सामूहिक के बजाय अकेले घरो में मनाना पड़ रहा है. पहली बार ऐसा हुआ है कि पाक-ए-रमजान के महीने में सार्वजनिक तौर पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन भी नहीं किया जा सका. वैसे, ईद के मौके पर राज्य के 15,036 ब्लाॅक क्वॉरेंटिन सेंटर में 10.5 लाख से ज्यादा आवासियों के लिए सरकार की ओर से विशेष भोजना की व्यवस्था की गयी है.
सुशील मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान को दुहराया कि कोरोना संक्रमण को फैलाने के मामले में कुछ लोगों की गलतियों का दोष पूरे समुदाय को नहीं दिया जा सकता है. ईद जैसे मौके पर जकात (दान) जैसी भावना को और बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि समाज के वंचित तबके का ज्यादा से ज्यादा कल्याण हो सके.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी किसी धर्म, जाति या संप्रदाय को देख कर अपना पंजा नहीं फैलाती है. इसाई बहुल अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, स्पेन से लेकर इस्लाम को मानने वाले सऊदी अरब, तर्की, इरान, इंडोनेशिया, मलेशिया जैसे मुस्लिम देश भी महामारी की गंभीर चपेट में हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी का अभी तक कोई टीका या दवा इजाद नहीं हुई हैं. ऐसे में इससे बचाव का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग यानी दो गज की दूरी बना कर रहना, मास्क पहना, स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए बार-बार हाथों को धोना और सैनिटाइजर आदि का इस्तेमाल करना ही हैं. ऑडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उपमुख्यमंत्री के साथ दिल्ली से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शहनवाज हुसैन और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तुफैल कादरी भी जुड़े हुए थे.