बालू से अवैध कमाई को लेकर पटना के तत्कालीन एमवीआइ मृत्युंजय कुमार सिंह और बिक्रम के तत्कालीन सीओ वकील प्रसाद सिंह के खिलाफ इओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने सख्त कार्रवाई की है. मंगलवार को दोनों के पैतृक घर, पटना और रांची स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गयी. इस दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति का पता चला है. आठ डीएसपी के नेतृत्व में गठित आठ टीमों ने आठ जगहों पर छापे मारे. एमवीआइ मृत्युंजय कुमार सिंह के पटना के गोला रोड की फार्मेसी कॉलोनी के आरके सदन अपार्टमेंट में फ्लैट संख्या 701 (पेंट हाउस) और पाटलिपुत्रा कॉलोनी स्थित मकान के अलावा औरंगाबाद जिले के गोह थाने के गोलापार पैतृक गांव और रांची के रातु रोड स्थित लव-कुश अपार्टमेंट के कुश ब्लॉक में साले श्रीकांत कुमार के नाम से आवासीय परिसर में एक साथ छापेमारी की गयी.
अब तक की जांच में यह पाया गया कि मृत्युंजय कुमार सिंह 2012 में एमवीआइ बने. नौ साल में उन्हें वेतन के तौर पर अब तक 71.60 लाख रुपये मिले हैं, जबकि उनके पास 3.80 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति मिली है, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 531% अधिक है. उनके पास करोड़ों रुपये मूल्य के आवासीय परिसर व फ्लैट के अलावा लाखों की गाड़ियां मिली हैं. पटना के गोला रोड में मौजूद उनके पेंट हाउस में जब टीम पहुंची, तो यह बंद मिला.
फिर मजिस्ट्रेट और रूपसपुर थाना पुलिस की मौजूदगी में इसका ताला तोड़ कर तलाशी ली गयी. इस आलीशान घर की सरकारी कीमत 49 लाख रुपये है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में फर्जी कंपनी के जरिये ही सवा दो करोड़ रुपये एक जमीन खरीदी और इस पर मोटा निवेश करके मकान बनाया. पत्नी के नाम से रांची के हेहल, रातु रोड में 30 लाख मूल्य का फ्लैट मिला है.
शेल कंपनी के जरिये पत्नी व साले के नाम पर कराये करोड़ों रुपये जमा
एमवीआइ मृत्युंजय कुमार सिंह ने अपनी अवैध कमाई से जमा की करोड़ों की ब्लैकमनी को शेल कंपनियों के माध्यम से पत्नी नीलम कुमार और दो साले श्रीकांत कुमार व पंकज कुमार के नाम पर ट्रांसफर करवाये. फिर कई माध्यमों से इस ब्लैकमनी को घुमाते हुए करोड़ों की संपत्ति बना ली. काली कमाई की बदौलत ही इनका बेटा विदेश से मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा है.
रांची में भी मिले अवैध संपत्ति के कागजात
रांची में ही साले श्रीकांत के आवासीय परिसर की तलाशी के दौरान बैंक खाते में जमा और फिक्स डिपॉजिट को मिलाकर एक करोड़ रुपये के प्रमाण मिले हैं. दो लग्जरी गाड़ियां टोयोटा फॉर्चुनर और महिंद्रा एसयूवी मिली हैं. इन दोनों पर झारखंड के नंबर हैं. पत्नी और साले के नाम से मौजूद एक फर्जी कंपनी के नाम से 39 लाख रुपये फिक्स डिपॉजिट मिला है. इनके सभी ठिकानों पर छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच चल रही है. जांच के बाद कई अहम जानकारी सामने आने की संभावना है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha