उत्तर बिहार के 70 संगठनों को खुफिया विभाग ने गलत गतिविधियों में शामिल होने के मामले में चिन्हित किया है और गृह मंत्रालय को सूची भेजकर इन संगठनों के फंडिग पर रोक लगाने की सिफारिश की है्. वहीं गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजते ही पुलिस मुख्यालय ने सातों जिलों में पहरे कड़े करने के निर्देश दिये हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय ने सीमाई इलाकों पर संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने के आदेश दिये हैं. बताया जा रहा है कि कटिहार और पूर्णिया समेत कई जिले ऐसे हैं जहां अवैध एनजीओ से जुड़े लोग ग्रामीण इलाकों में लोगों को मदद करने के नाम पर गुप्त जानकारियां जुटा रहे हैं. किसी घर के सदस्य अगर बीमार पड़ते हैं तो ये मदद का हवाला देकर उन्हें अपनी ओर करते हैं. वहीं बेरोजगार युवक और युवतियों को रोजगार का भी प्रलोभन देते हैं.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ऐसे संगठन के सदस्य युवक और युवतियों को देश से बाहर भेजने का भी काम जोरों से कर रहे हैं. वहीं जिनके पास पैसे की कमी हो उन्हें रोतोंरात अमीर बनने का सपना दिखाकर नशे के कारोबार वाले दलदल में धकेल देते हैं. इन संगठनों के सदस्य एनजीओ की आड़ में युवतियों को अपने जाल में फंसाकर देह व्यापार के धंधे में भी धकेल रहे हैं.
ये सदस्य इलाके की पूरी जानकारी जमा कर रहे हैं कि किस इलाके में किस जाति व धर्म के लोग रहते हैं और उनके जीवन यापन का क्या जरिया है. साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में भी जानकारी जुटाने की बात सामने आइ है ताकि उन्हें उसी हिसाब से जाल में फंसाया जा सके.
कुरियर ब्वॉय के रूप में काम पर लगाकर लड़कों से नशे की खेप को भी मंगवाया जाता है ऐसी जानकारी अक्सर सामने आती रही है. वहीं खुफिया विभाग के द्वारा मिली इन जानकारी के बाद अब सीमाई इलाकों पर संदिग्धों पर नजर रखने का आदेश गृह मंत्रालय ने जारी किया है. वहीं जिन जिलों में खुफिया विभाग ने ये आशंका जताई है, पुलिस मुख्यालय ने वहां सुरक्षा व्यवस्था और पहरे कड़े करने के निर्देश दिये हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan