बिहार में पहली बार कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन के 27 संक्रमित पाये गये है. आइजीआइएमएस की लैब ने 32 कोरोना सैंपलों की जीनोम सीक्वेसिंग रिपोर्ट रविवार को जारी की. इसमे 27 सैंपलों में ओमिक्रॉन और चार सैंपलों में डेल्टा वैरिएंट पाया गया. एक में अज्ञात वैरिएंट पाया गया है. इससे पहले पटना के किदवईपुरी का एक युवक ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया था. ओमिक्रॉन संक्रमितों में सबसे अधिक 18 पटना के मरीज है.
मधुबनी व गया के तीन-तीन, पूर्वी चंपारण के दो व पश्चमी चंपारण का एक मरीज है. इसके अलावा पश्चिमी चंपारण व वैशाली के दो-दो मरीजों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है. इधर पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की पूर्व अध्यक्ष डॉ प्रमिला गुप्ता (74) की शनिवार की रात कोरोना से मौत हो गयी. तीसरी लहर में प्रदेश में कोरोना से किसी डॉक्टर की यह पहली मौत है. वह कंकड़बाग के कांटी फैक्टरी रोड में रहती थी. आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि तीन दिनों से बुखार-खांसी के बाद वह होम कोरेटिन थी. रविवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. पटना एम्स में एक 50 वर्षीय संक्रमित की मौत हो गयी.
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रविवार को 154 लोगों के सैंपलों की जांच की गयी, जिसमे 86 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. प्राचार्य डॉ हीरा लाल महतो ने बताया कि अस्पताल के 9 डॉक्टरों व 40 स्वास्थ्यकर्मियों की जांच हुई, जिसमे 4 डॉक्टर व 13 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित मिले है. प्राचार्य ने कहा कि संक्रमित सभी डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी होम आइसोलेशन में है. पटना, वैशाली व सीतामढ़ी से कुल 1889 सैंपलों की जांच में 119 संक्रमित मिले है.