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पटना के रजनीकांत से 14.34 लाख की ठगी, इंटरनेट पर लाखों रुपये कमाने का दिया था झांसा

इंजीनियर ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्होंने दो अलग-अलग खातों से सारी राशि जालसाजों के खाते में डाली है. साइबर बदमाशों ने टेलीग्राम व वाट्सएप से संपर्क किया और सॉफ्टवेयर इंजीनियर उनकी बातों में आ गये और लाखों रुपये गंवा दिये.

पटना. साइबर बदमाशों ने इंटरनेट पर हॉलीवुड मूवी, वीडियो, ऑडियो का रिव्यू, लाइक व रेटिंग कर लाखों रुपये का मुनाफा कमाने का झांसा देकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर रजनीकांत से 14.34 लाख रुपये की ठगी कर ली. साइबर बदमाशों ने टेलीग्राम व वाट्सएप से संपर्क किया और सॉफ्टवेयर इंजीनियर उनकी बातों में आ गये और लाखों रुपये गंवा दिये. रजनीकांत कंकड़बाग के साउथ चांदमारी रोड के मणिकुंज के रहने वाले हैं. उन्होंने कंकड़बाग थाने में मामला दर्ज करा दिया है.

टेलीग्राम और वाट्सएप पर ग्रुप बना कर की ठगी

जानकारी के अनुसार, साइबर बदमाशों ने उन्हें फोन कर जानकारी दी कि वे पार्ट टाइम नौकरी कर लाखों रुपये कमा सकते हैं. साथ ही उन लोगों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को टेलीग्राम पर भी मैसेज किया और पार्ट टाइम नौकरी का ऑफर दिया. साथ ही यह भी बताया कि वे हॉलीवुड मूवी का रिव्यू करेंगे, तो उससे रकम मिलेगी. वे एक दिन में तीन हजार रुपये तक कमा सकते हैं. केवल उन्हें 28 टिकटों का रिव्यू करना है.

इंजीनियर साइबर बदमाशों के झांसे में आ गये और काम करने के लिए तैयार हो गये. इसके बाद उन लोगों ने उन्हें अनलिमिटेड बिट्स मूवीज नाम के वाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया. ग्रुप में पहले से कई लोग थे. इस दौरान ग्रुप में यह भी चर्चा होती कि उन लोगों ने एक दिन में कितना कमाया. इंजीनियर ने भी अपना काम शुरू किया और 28 टिकट का रिव्यू करने पर उन्हें पहली बार 10 हजार 500 और दूसरी बार 12 हजार रुपये मिले.

इसके बाद साइबर बदमाशों ने उनका प्रमोशन कर दिया और बताया कि वे अब सीनियर लेवल पर आ गये हैं. अब आपको टिकट खरीदकर रिव्यू करना होगा, इससे काफी मुनाफा होगा. इंजीनियर रजनीकांत से टिकट खरीदने के नाम पर साइबर बदमाशों ने 14.34 लाख रुपये अपने खाते में मंगवा लिये. लेकिन इंजीनियर की मूल राशि भी गायब हो गयी और मुनाफा तो दूर की बात थी. इसके बाद साइबर बदमाशों ने उन पर 16 लाख रुपये इंवेस्टमेंट करने को कहा. लेकिन रजनीकांत को जानकारी हो गयी कि उनके साथ ठगी हुई है.

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इंजीनियर ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्होंने दो अलग-अलग खातों से सारी राशि जालसाजों के खाते में डाली है. उन्होंने पुलिस को यह भी बताया है कि उन्होंने मुंबई के घाटकोपर में स्थित यस बैंक के आरडी इंटरप्राइजेज और मुंबई के मेरीन लाइंस में स्थित आइसीआइसीआइ बैंक के महाकाली टेक्सटाइल के खाते में सारी रकम भेजी है.

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