बिहार में बेमौसम बारिश की मार झेल रहे किसानों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है. प्रदेश में 17 से 21 मार्च तक हुई असामयिक वर्षा, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से हुए किसानों को राज्य सरकार मुआवजा देगी. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आए आंधी बारिश और इससे हुए नुकसान को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने एक बैठक की. बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सीएम को कृषि विभाग फसल क्षति का कराया गया विस्तृत सर्वे रिपोर्ट सौंपा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 17 से 21 मार्च तक हुई असामयिक वर्षा, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से फसल क्षतिपूर्ति के लिए आपदा प्रबंधन विभाग को 92 करोड़ रुपये कृषि विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. साथ ही कृषि विभाग को प्रभावित किसानों के खाते में सीधे क्षतिपूर्ति की राशि भेजने का निर्देश दिया है. इसके अलावा आपदा प्रबंधन विभाग और कृषि विभाग सहित संबंधित जिलाधिकारी को इसकी मॉनीटरिंग करने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री ने यह निर्देश बुधवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दिया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने 17 मार्च को विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति का सर्वेक्षण और आकलन कर लोगों को शीघ्र राहत पहुंचाने का निर्देश आपदा प्रबंधन विभाग व कृषि विभाग को दिया था. इस निर्देश पर कृषि विभाग और संबंधित जिलाधिकारियों ने फसल क्षति का विस्तृत सर्वे कराया गया. बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत कराया.
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि कृषि विभाग की विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार राज्य के छह जिलों की कई पंचायतों में खड़ी फसल की क्षति 33% से अधिक दर्ज की गयी है. उसका कुल रकबा 54 हजार 22 हेक्टेयर है. इन छह जिलों में मुजफ्फरपुर, गया, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर और रोहतास हैं. बैठक में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव वित्त डॉ एस सिद्धार्थ, कृषि सचिव एन सरवन कुमार एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल उपस्थित थे.