बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि पटना में कचरा प्वाइंट्स को साफ कर स्वास्थ्य शिविर लगाये जा रहे हैं, जिनमें लोगों को मुफ्त में इलाज के साथ दवाएं दी जा रही हैं. ऐसी व्यवस्था दूसरे शहरों में भी होगी. शहरों के कचरा प्वाइंट को साफ कर वहां स्वास्थ्य शिविर लगा कर लोगों का इलाज होगा. पटना नगर निगम 26 जनवरी तक 630 कचरा प्वाइंट में बचे हुए 40 कचरा प्वाइंट को भी साफ कर देगा. इसके बाद उन्हें साफ रखना हम सबों की जिम्मेदारी है. स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में पटना बेहतर स्थान पर रहेगा.
उपमुख्यमंत्री मंगलवार को पटना नगर निगम की ओर से दीघा में पाटीपुल घाट के पास आयोजित स्वच्छता की पतंग कार्यक्रम व स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पटना नगर निगम के सफाईकर्मी सफाई को लेकर संवेदनशील हैं. ठंड में सुबह व रात में भी वे मुस्तैद रहते हैं. उपमुख्यमंत्री ने 4300 सफाईकर्मियों को जैकेट व बूट मुहैया कराने को कहा. मौके पर सभी वार्डों में स्वच्छता सर्वेक्षण की गतिविधियों का आकलन करने के लिए पटना स्वच्छता सर्वेक्षण एप को लांच किया. साथ ही गंगा नदी की स्वच्छता को लेकर शपथ दिलायी.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कचरा प्रबंधन को लेकर पॉलिसी बन रही है. पटना शहर को साफ रखने की पूरी कोशिश की जा रही है. ये सारा कार्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हो रहा है. सफाई को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के लिए अभियान चलता रहेगा. आने वाले समय में शहर को साफ रखने के लिए नयी तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि गंगा पथ पर लोगों की काफी भीड़ जुटती है. उन्हें खुद एहसास होना चाहिए कि उनका शहर है. उन्होंने पाटीपुल घाट पर स्टिमर को हरी झंडी दिखायी. स्टीमर में पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राओं को गंगा नदी का भ्रमण कर स्वच्छता को लेकर जानकारी दी गयी.
पटना में कचरा प्वाइंट्स को साफ कर उन्हें सेल्फी प्वाइंट बना दिया गया है. उपमुख्यमंत्री ने पेसू कार्यालय के सामने स्थित कचरा प्वाइंट का निरीक्षण किया. बोरिंग कैनाल रोड स्थित कचरा प्वाइंट पर बनाये गये सेल्फी प्वाइंट पर उन्होंने सेल्फी ली. साथ ही वहां दो सफाई कर्मियों नागेंद्र मोची व विक्की का जन्मदिन उन्हें केक खिलाकर मनाया.
कार्यक्रम में नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने कहा कि शहर को साफ रखने के लिए पटना नगर निगम की ओर से बेहतर काम हो रहा है. इससे शहर के प्रति लोगों के नजरिये में बदलाव होगा. वहीं, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने स्वागत करते हुए कहा कि शहर के 630 कचरा प्वाइंट्स में बचे हुए 40 कचरा प्वाइंट्स को भी 26 जनवरी तक साफ कर दिया जायेगा. पहली फरवरी तक गंगा के सभी घाटों पर स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे.
नगर आयुक्त ने कहा कि कचरा प्वाइंट्स को साफ करने में सिर्फ दो माह लगे हैं, जबकि इंदौर को दो साल लगे थे. कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त शीला इरानी, पाटलिपुत्र अंचल की कार्यपालक पदाधिकारी प्रतिभा सिन्हा, वार्ड पार्षद विनय कुमार पप्पू, श्वेता राय, रानी कुमारी, विकास कुमार, जयप्रकाश सिंह सहित अन्य पार्षद मौजूद थे.
पटना नगर निगम की ओर से मंगलवार को गंगा घाटों पर लगाये गये स्वास्थ्य शिविर में 766 लोगों ने स्वास्थ्य जांच करायी. मुफ्त में दवाएं भी दी गयी. दीघा पाटीपुल घाट पर आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 189, एनआइटी घाट पर 115, लॉ कॉलेज घाट पर 148, कंगन घाट पर 101 व विकास भवन के सामने लगे शिविर में 222 लोगों ने स्वास्थ्य जांच करायी. नगर निगम की ओर से एक फरवरी तक सभी घाटों पर बारी-बारी से स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे. इसका शिड्यूल जारी किया गया है.
शहर की स्वच्छता को लेकर लोग स्व मूल्यांकन करने के लिए पटना स्वच्छता सर्वेक्षण एप पर जानकारी दे सकते हैं. नगर निगम की ओर से सभी 75 वार्डों में स्वच्छता गतिविधियों का आकलन किया जायेगा. यह प्रत्येक तीन माह पर किया जायेगा. चार बिंदुओं पर स्वच्छता सर्वेक्षण आधारित है, जिनमें कचरा संवेदनशील, कचरा का पृथक्करण, कंट्रोल रूम द्वारा शिकायत निवारण व मैनहोल की स्थिति. यह सर्वे नगर निगम के प्रशिक्षित कर्मचारी करेंगे. इसका उद्देश्य शहरवासियों के बीच स्वच्छता व स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना, स्वच्छता व साफ-सफाई के लिए वार्डों व सर्किल के बीच बेहतर प्रतिस्पर्धा आदि है.
Also Read: बिहार के विश्वविद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए खुशखबरी, शिक्षा विभाग ने वेतन के लिए मंजूर किए 81 करोड़
पटना नगर निगम की ओर से दीघा पाटीपुल पर आयोजित कार्यक्रम में मेयर सीता साहू व डिप्टी मेयर रेशमी का उपस्थित नहीं होना चर्चा का विषय रहा. कार्यक्रम में कई वार्ड पार्षद पहुंचे. जब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मेयर व डिप्टी मेयर की गैरमौजूदगी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि किसी कारणवश नहीं आयीं.