बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक सहित करीब 75 पदधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन भी अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है. दरअसल 22 जुल को परिषद के भ्रमण के दौरान आवासीय प्रशिक्षण की क्षमता बढ़ाने का काम संतोष जनक ढंग से न चलने की वजह से अपर मुख्य सचिव ने यह सख्त कदम उठाये हैं. एससीईआरटी के निदेशक आईएएस अधिकारी सज्जन आर हैं.
अगस्त के अंत तक कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है
अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि एससीईआरटी के 1000 क्षमता वाले आवासीय छात्रावास के रूप में तैयार नहीं हो जाते, तब तक सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन रुका रहेगा. उन्होंने इसके लिए समय सीमा 31 अगस्त तक निर्धारित की है. इस तरह एससीईआरटी के निदेशक सहित सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के वेतन एक सितंबर तक स्थगित रहेंगे. अपर मुख्य सचिव पाठक ने बीएसइआइडीसी के प्रबंध निदेशक और एससीइआरटी के निदेशक को अगस्त के अंत तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिये हैं.
निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर के के पाठक ने जाहिर की नाराजगी
दरअसल शिक्षा विभाग ने एक औपचारिक बयान जारी कर साफ किया है कि अपर मुख्य सचिव ने राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के स्थलीय निरीक्षण के क्रम में चल रहे असैनिक निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की है. इससे पहले अपर मुख्य सचिव ने बीएसइआइडीसी के कार्यपालक अभियंता को परिषद के छात्रावास, अकादमिक भवन, पुराना प्रशासनिक भवन और एसआइटी भवन में चल रहे निर्माण कार्य को ससमय पूरा करने के लिए मानव बल बढ़ाने का आदेश दिया था, लेकिन एससीईआरटी भवन के निर्माण कार्य की गति अपेक्षा से धीमी थी. यहां अवस्थित पुराने स्टूडियो के कमरे खुले नहीं थे. उनमें लगे तालों की चाभी भी समय से उपलब्ध नहीं कराई गई.
तारीफ भी की
अपर मुख्य सचिव के के पाठक द्वारा अकादमिक भवन में चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति पर खुशी जाहिर की गयी, इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने भ्रमण के दौरान परिसर में तैयार हो रहे पब्लिक लाइब्रेरी की प्रगति पर प्रसन्नता प्रकट की और कहा कि इसका काम 31 जुलाई तक पूरा कर लें. निर्देश दिये कि शीघ्र सभी कार्य को पूरा किया जाए.
प्रति सप्ताह 15000 शिक्षकों के प्रशिक्षण का लक्ष्य जल्द होगा पूरा
के के पाठक ने टेक्स्ट बूक की समीक्षा कार्य पर भी प्रसन्नता प्रकट की. एससीइआरटी की तरफ से पिछले तीन सप्ताह में ही तीस हजार से अधिक शिक्षकों का एफएलएन और आइसीटी आधारित प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है. एससीइआरटी निदेशक ने अपर मुख्य सचिव को आश्वस्त किया कि प्रति सप्ताह 15000 शिक्षकों के प्रशिक्षण के लक्ष्य को शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा. इधर अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि सभी स्टॉफ सप्ताह में कम से कम एक बार जिलों में चल रहे प्रशिक्षण का निरीक्षण करने अनिवार्य रूप से जाएंगे.
बिना अनुमति के छुट्टी पर रहने वाले शिक्षकों का भी वेतन रोका
इससे पहले शिक्षा विभाग की ओर से राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के साथ ही स्कूलों की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया जा रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के आदेश के बाद एक जुलाई से स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है. एक जुलाई से 18 जुलाई तक स्कूलों में चले निरीक्षण के दौरान बिना अनुमति के छुट्टी पर रहने वाले शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यलाय से इन सभी शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही स्कूलों में चल रहे असैनिक कार्य में देर करने की वजह से जिले के कई स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का भी वेतन रोक दिया गया है.
क्यों रुका प्रधानाध्यापकों का वेतन
जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत स्कूलों में असैनिक कार्य निर्माण के लिए निर्गत की गयी राशि से स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए शौचालय निर्माण, प्रधानाध्यापक कक्ष सहित स्कूलों में अन्य असैनिक कार्य किया जाना है. निर्धारित तिथि के अनुसार 10 जुलाई तक निर्गत राशि का कम से कम 50 प्रतिशत राशि का व्यय किया जाना था. लेकिन जूनियर इंजीनियर के द्वारा की गयी जांच में इन स्कूल प्रबंधकों द्वारा निर्माण कार्य शुरू ही नहीं किया गया था. इन सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने का आदेश दिया गया है.