पटना. आइजीआइएमएस अब नयी मशीनें बनायेगा. इसमें आइआइटी पटना के छात्र अस्पताल की मदद करेंगे. ये मशीनें मरीजों के इलाज में काफी सहायक होंगी. एक मशीन से बीमारी का तीन तरह से इलाज किया जा सकेगा. इसके लिए संस्थान और आइआइटी के बीच एमओयू साइन हुआ है. यह कहना है आइजीआइएमएस के एमएस व डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनीष मंडल का.
कॉलेज काउंसिल की बैठक में लिए गए 10 निर्णय
आइजीआइएमएस में मंगलवार को कॉलेज काउंसिल की बैठक का आयोजन किया गया. यह बैठक संस्थान के निदेशक डॉ बिंदे कुमार की देखरेख में आयोजित की गयी. इसमें 10 बड़े निर्णय लिये गये. यह निर्णय अस्पताल को और बेहतर बनाने के संबंध में लिए गए हैं.
अब 8 साल का अनुभव, तो नर्स पढ़ायेंगी नर्सिंग
डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अब आइजीआइएमएस में आठ साल की अनुभव वाले सभी नर्सें संस्थान की नर्सिंग छात्रों को पढ़ा सकेंगी. इनको नर्सिंग ट्यूटर का पद दिया जायेगा. इसके अलावा इंटर डिपार्टमेंट डिस्कन का भी निर्णय लिया गया. इसके तहत अब मरीजों को एक विभाग से दूसरे विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. डिस्कस कर एक विभाग के डॉक्टर ही आपस में निर्णय के सकेंगे कि अब मरीज को किस विभाग में भेज कर ऑपरेशन करना है या इलाज कराना है.
सोशल मीडिया के माध्यम से भी मरीजों की सेवा
इसी क्रम में अब संस्थान में आइटी सेल बनाया जायेगा. इसमें सोशल मीडिया के माध्यम से भी मरीजों की सेवा की जायेगी. इसी तरह स्किल लैब, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और एमडी मेडिसिन में डीएनवी कोर्स और डीएनवी की पढ़ाई करने वाले डॉक्टरों का फेलोशिप करने सहित कई बड़े निर्णय लिये गये. बैठक में लिये गये सभी निर्णयों पर अगले महीने से कार्य शुरू कर दिया जायेगा. बैठक में आइजीआइएमएस के सभी विभाग के विभागाध्यक्ष सहित सीनियर डॉक्टर शामिल थे.