बिहटा के सीओ कन्हैया लाल अपने संरक्षण में उदय कुमार के निजी आवास पर कार्यालय खोल कर दाखिल-खारिज और भूमि संबंधित कार्य करा रहे थे. साथ ही यह व्यवस्था अवैध रूप से वसूली को लेकर की गयी है. इसका खुलासा दानापुर के एसडीओ प्रदीप सिंह की जांच रिपोर्ट में हुआ है. सूत्रों के अनुसार, दानापुर के एसडीओ ने अपनी जांच में पाया है कि उदय कुमार गैर सरकारी व्यक्ति हैं और वह अपने निजी आवास पर लैपटॉप के माध्यम से भूमि संबंधी कार्य का निबटारा कर रहे थे, जो बिहटा के सीओ कन्हैया लाल के डोंगल के बिना संभव नहीं है. इससे यह पूरी तरह स्पष्ट है कि सारा कार्य सीओ के संरक्षण में चल रहा था. इधर, दानापुर के एसडीओ ने शुक्रवार की देर शाम डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम ने कहा कि बिहटा के सीओ के निलंबन के साथ ही विभागीय कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा जा रहा है.
प्रशासन को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहटा के लई ब्रह्मस्थानी स्थित उदय कुमार के आवास पर दाखिल-खारिज, जमाबंदी व जमीन से संबंधित कार्य को कार्यालय खोल कर अवैध रूप से किया जा रहा है. इसके बाद उदय के आवास पर प्रशासन की टीम ने छापेमारी की थी. इस दौरान भूमि संबंधित कई कागजात बरामद किये गये थे. अवैध रूप से कार्यालय चलने का मामला सामने आने के बाद डीएम ने दानापुर के एसडीओ को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था. इसके बाद एसडीओ ने अपनी जांच कर रिपोर्ट को सौंप दी.
लैपटॉप, एचपी कंपनी का प्रिंटर, रजिस्टर, कैश बुक, सीओ के हस्ताक्षर अंकित जमाबंदी रद्द वाद की छायाप्रति, लाल केश्वर यादव समेत छह लोगों की मालगुजारी की रसीद, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, कार्यालय संचालक उदय कुमार का आधार कार्ड, रानीतालाब, विक्रम निवासी संजय यादव की पत्नी जसिया देवी के नाम का मूल सेल डीड, बिहटा लई निवासी प्रभात शर्मा समेत 19 लोगों की सेल डीड, लोक सूचना अधिकार अधिनियम के तहत दिया गया आवेदन पत्र, बिहटा अख्तियारपुर निवासी वीणा देवी व अन्य 19 लोगों का दाखिल-खारिज का आवेदन पत्र, बिहटा केलहनपुर निवासी सीताराम चंद्रवंशी का परिमार्जन के लिए दिया गया आवेदन, सादा स्टांप आदि