वाणिज्यकर विभाग ने पूरे राज्य में फर्जी कंपनियों के खिलाफ व्यापक स्तर पर कारवाई की है. विभाग की विभिन्न टीमो ने शनिवार को कई स्थानों पर 50 से ज्यादा फर्म पर एक साथ छापेमारी की. इनमें 49 फर्म फर्जी पाये गये. ये सभी फर्म या तो गलत पत्ते पर चल रहे थे या फर्जी तरीके से इनका संचालन किया जा रहा था. शुरुआती जांच में 171 करोड़ के टैक्स की चोरी सामने आयी है.
जांच पूरी होने के बाद इसमें बढ़ोतरी होने की संभावना है. इन 49 फर्मों ने गलत या बोगस बिल के आधार पर 958 करोड़ का लेन-देन कर लिया है. ये फर्म मुख्य रूप से आयरन स्टील, कोल, कॉपर, स्क्रैप, लेड एवं इससे संबंधित अन्य क्षेत्र से संबंधित हैं. ये फर्म इन सामानों का आयात-निर्यात करते थे, लेकिन इसके अनुपात में टैक्स कम जमा करते हैं या नहीं देते थे. ये सारा लेनदेन फर्जी कंपनी बना कर करते थे. समान मंगवा कर टैक्स का पेमेंट नहीं करते थे. विभाग का नोटिस फर्जी पाते पर जाता था. अधिकारियों की जांच में पाया गया कि ये कंपनियां अपने दिये गये पते पर मौजूद ही नहीं हैं.
विभागीय आयुक्त ने बताया गया कि ऐसे सभी फर्जी फर्म के स्तर पर की जा रही कर की टैक्स चोरी की रोकथाम के लिए डाटा एनालिटिक्स एवं ह्यूमन इंटेलिजेंस की मदद से 360 डिग्री प्रोफाइल यानी इनके स्तर से की गयी सभी लेन-देन की विस्तृत जनकारी एकत्र करके इन पर पैनी नजर रखी जा रही है. इसी तरीके से इनकी चोरी पकड़ी गयी है.
वाणिज्यकर विभाग के स्तर से की गयी इस तरह की कार्रवाई से टैक्स की चोरी रोकी जा सकेगी. आने वाले दिनों में गलत तरीके से व्यापार करने वालों पर बड़े स्तर पर कार्रवाई की तैयारी है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan