पटना जंक्शन स्थित जामा मस्जिद के पास ईद की आखिरी नमाज के दौरान शुक्रवार को अतीक अहमद और अशरफ के समर्थन में नारा लगाने वाले रईस के खिलाफ जांच शुरू हो गयी है. रविवार को सिटी एसपी सेंट्रल वैभव शर्मा ने कहा कि जांच में दोषी पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. सिटी एसपी का कहना है कि उत्तेजना में आकर रईस ने इस तरह के नारे लगाये हैं. रईस की दुकान और उसके मकान के आसपास रहने वाले लोगों ने भी बताया है कि ऐसी कोई घटना उन लोगों के सामने नहीं आयी है. अगर जांच के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिलती है कि रईस का उद्देश्य इस तरह के नारा लगाकर लोगों को उत्तेजित करना था तो रईस को गिरफ्तार किया जाएगा . पुलिस इस पूरे मामले में रईस के द्वारा लगाए गए नारे के वीडियो के साथ साथ मोटिव सहित अन्य कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद इक्का-दुक्का लोगों ने ‘अतीक अहमद अमर रहें‘ के साथ यूपी के सीएम और देश के पीएम के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि, नारा लगाने वाले ए -दो ही लोग थे. नारे लगाने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में मुसलिम समुदाय के प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि यह किसी व्यक्ति की करतूत हो सकती है.
अतीक के समर्थन में नारेबाजी कर रहे रईस अंसारी उर्फ रईस गजनबी ने कहा था कि हमने अल्लाह से अतीक अहमद और अशरफ अहमद की शहादत को कबूल फरमाने की दुआ की है. उसने आरोप लगाया कि अतीक को प्लान करके मरवाया गया है. अतीक अहमद शहीद हुए हैं.
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जामा मस्जिद पटना की प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मो फैसल इमाम ने कहा कि अतीक का मामला यूपी का है. वहां की सरकार समझे और वहां के लोग समझें. हमारे यहां नीतीश जी की सरकार है, जिनका लॉ इन ऑर्डर काफी बेहतरीन है. इनसे अच्छा मुख्यमंत्री बिहार में न था, न है और न पूरे हिंदुस्तान में होगा. उन्होंने कहा है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी तरह का बयान देने से हम इत्तेफाक नहीं रखते. ऐसे बयानों का मुसलमान भाई बिल्कुल समर्थन नहीं करते.