राजद के भीतर इस लड़ाई के बाद बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. जगदानंद सिंह लालू यादव के करीबी मानें जाते हैं और राजद के संस्थापक सदस्य हैं, जबकि तेज प्रताप यादव लालू यादव के बड़े बेटे हैं.
जगदानंद सिंह लालू यादव के करीबी मानें जाते हैं | Twitter
जगदानंद सिंह को राजद (RJD) के भीतर अनुशासन वाले नेता के रूप में जाना जाता हैं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जगदानंद सिंह ने पार्टी दफ्तर में नियम कानून लागू कर दिया और सीसीटीवी फुटेज के जरिए खुद निगरानी शुरू कर दिये.
जगदानंद सिंह को राजद के भीतर अनुशासन वाले नेता के रूप में जाना जाता हैं | Twitter
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के बारे में सियासी गलियारों में एक किस्सा मशहूर है. दरअसल 2009 में जगदानंद सांसद बन गए, जिसके बाद उनकी खाली सीट पर उपचुनाव का ऐलान हुआ. जगदानंद ने पार्टी कार्यकर्ता को टिकट देेने की सिफारिश की, जिसे लालू यादव ने मान लिया.
Jagdanand Singh | Twitter
बताया जा रहा है कि जगदानंद सिंह के इस फैसले से नाराज होकर उनके बेटे सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) बीजेपी टिकट पर चुनावी मैदान में उतर गए, जिसके बाद जगदानंद सिंह ने बेटे को हराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी. चुनाव के परिणाम आए तो, सुधाकर सिंह राजद के कैंडिडेट से चुनाव हार गए.
सुधाकर सिंह | Twitter
जगदानंद सिंह को 2019 में लोकसभा चुनाव में राजद की करारी हार के बाद लालू यादव ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया. जगदानंद सिंह की अध्यक्षता में 2020 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में राजद बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनी.
Jagdanand Singh | Twitter
अब तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के मोर्चा खोलने के बाद सबकी नजर लालू यादव परिवार पर है. तेज प्रताप यादव पहले भी दिग्गज नेताओं के खिलाफ बयान देते रहे हैं, लेकिन इस बार जगदानंद सिंह ने कार्रवाई कर दी है.
Jagdanand sing and tejashwi yadav | Twitter
मैं छात्र RJD का 'बॉस', तेज प्रताप से कोई नाराजगी नहीं- 10 दिन बाद दफ्तर लौटे जगदानंद सिंह का बड़ा बयान
76 वर्षीय जगदानंद सिंह बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं | Twitter
Posted By : Avinish Kumar Mishra