मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को नल जल योजना से जुड़ी शिकायत पहुंची है, जिसके बाद पीएचइडी सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दोनों शिकायतों को जल्द से जल्द दुरुस्त कर विभाग को रिपोर्ट भेज दें.
विभाग के मुताबिक नल जल योजना में कोई गड़बड़ी नहीं हो और लोगों तक हमेशा शुद्ध पानी पहुंचे, इसको लेकर सोशल व तकनीकी ऑडिट कराया जा रहा है. इसमें लाभुकों से योजना संबंधित जानकारी ली जाती है. क्योंकि राज्य सरकार ने योजना को 50 वर्षों तक लोगों को शुद्ध पानी पहुंचाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर बनाया है.
योजना में गड़बड़ी करने वाले संवेदकों को ब्लैक लिस्ट किया जायेगा और उन पर आर्थिक दंड भी लगाया जायेगा. जिन वार्डों में संवेदक को विभाग ने जो भी काम लिखित रूप में दिया गया है. उसमें गड़बड़ी करने वालों पर एफआइआर तक करने का निर्णय लिया गया है. तकनीकी ऑडिट में मिली गड़बड़ी के बाद विभाग गंभीर विभाग की ओर से छह हजार वार्डों में तकनीकी ऑडिट किया जा रहा है.
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-पाइप, मोटर , टोटी की क्वालिटी.
-कितनी गहराई में पाइप डाली गया- जहां तक पाइप लाइन को बिछाना था वह तक गया है या नहीं.
-पाइप की क्वालिटी खराब रहने से लाइफ व पानी की गुणवत्ता पर कितना असर पड़ेगा.
-कब से घर में पानी आ रहा है.
-पानी पहुंचाने के दौरान आपसे किसी तरह की कोई मांग तो नहीं की गयी.
-पानी कितनी देर आता है और उसका फोर्स कैसा रहता है.
-योजना में खराबी आने के बाद कितनी देर में ठीक होता है.
जनता दरबार में दरभंगा व कटिहार से शिकायत आयी है. इस संबंध में अधिकारी को निर्देश दिया गया है. दरभंगा में बाढ़ के कारण काम में देर हो सकती है लेकिन कटिहार में काम तुरंत ठीक होगा. वहीं, सोशल ऑडिट को तेज किया गया है ताकि योजना का लाभ लेने वाले लाभुकों का फीडबैक मिल सकें.
जितेंद्र श्रीवास्तव , सचिव, पीएचइडी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan