बिहार में एक तरफ जहां ठंड ने लोगों को कंपा दिया है वहीं दूसरी तरफ सूबे की सियासत अभी गरमायी हुई है. जातिगत जनगणना को लेकर फिर एकबार बयानबाजी तेज हो गयी है. इस बीच राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जदयू की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया तो तेजस्वी यादव ने कुछ ही देर बाद जदयू के ऊपर भौंह कड़ा कर लिया. राजद ने खरमास के बाद खेला होने का भी दावा कर दिया है तो इस पूरे प्रकरण को लेकर जीतन राम मांझी की हम पार्टी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
प्रभात खबर ने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बिहार के सियासी दलों के प्रवक्ताओं के साथ परिचर्चा की. इस दौरान इन दिनों सूबे की सियासत में चल रहे घमासान के ऊपर प्रवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा. हाल में ही राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने खरमास के बाद सूबे की सियासत में खेला होने का दावा किया तो फिर से सियासी पंडित गणित की किताब पलटने लगे. तमाम समीकरण चेक किये जाने लगे. लेकिन प्रभात खबर के परिचर्चा कार्यक्रम में जब जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने राजद को लेकर बड़ा बयान दिया.
दानिश रिजवान ने कहा कि राजद के दावे खोखले हैं. अपने विधायकों को गोलबंद रखने के लिए ऐसे दावे बीच-बीच में किये जाते हैं.उन्हें उम्मीद जताई जाती है कि राजद की सरकार बनने वाली है. हम प्रवक्ता का दावा है कि राजद के कई विधायक एनडीए के संपर्क में है और ये डर ही सबसे बड़ा कारण है जो आरजेडी के तरफ से हमेसा खेला होने के दावे बीच-बीच में आने लगते हैं.
हम पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि इससे पहले भी खेला होने और सरकार बनाने के दावे किये जाते रहे हैं. राजद के कद्दावर नेता तक यह दावा पहले कर चुके हैं लेकिन तमाम दावे खोखले ही थे. उन्होंने कहा कि एनडीए में सबकुछ सही है. दरअसल, कई बार राजद को जीतन राम मांझी की पार्टी का साथ मिलने को लेकर एक संभावना देखी जाने लगती है. लेकिन हम पार्टी ने इसे लेकर अपना स्टैंड साफ किया है.
वहीं भाजपा और जदयू से बीच-बीच में होने वाले नोकझोंक को लेकर सवाल किये गये तो दानिश रिजवान ने बताया कि जीतनराम मांझी विकास कार्यों के लिए टकराते हैं और इसका ये मतलब कतई नहीं की सरकार पर इसका असर है. उन्होंने ये तक दावे किये कि राजद के साथ हम पार्टी नहीं जा रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan