पटना. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में जमानत पर चल रहे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद बुधवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश होंगे. राउज एवेन्यू कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान (15 मार्च को) लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती को जमानत देते हुए 29 मार्च को सुनवाई की तिथि मुकर्रर की थी. लालू यादव जब रेल मंत्री थे तो उन पर नौकरी के बदले जमीन लेने का आरोप है. इस सिलसिले में कई बार पटना से दिल्ली तक छापेमारी भी हुई है.
आरोप तय करने के बिंदु पर होगी बहस
सूत्रों के मुताबिक बुधवार को नौकरी के बदले जमीन के इस मामले में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती को पेश होना होगा. कोर्ट में इस मामले में लालू परिवार पर आरोप तय करने के बिंदु पर बहस की जायेगी. लालू प्रसाद पर 2004 से 2009 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए रेलवे की ग्रुप डी की अभ्यर्थियों से जमीन लेकर नौकरी देने का आरोप है. सीबीआइ ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद, राबड़ी और उनकी बेटी मीसा भारती के साथ अन्य 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
क्या है नौकरी के बदले जमीन का मामला
जानकारी के मुताबिक पटना में तीन सेल डीड राबड़ी देवी के नाम है. दो डीड फरवरी 2008 की है, जिसमें 3375-3375 वर्ग फीट के 2 प्लॉट हैं. तीसरी सेल डीड 2015 की है, जिसमें 1360 वर्ग फीट का एक प्लॉट है. इसके अलावा पटना में ही 2007 की एक सेल डीड लालू की बेटी मीसा भारती के नाम है, जिसमें उन्हें 80,905 वर्गफीट का प्लॉट दिया गया. पटना में ही दो गिफ्ट डीड लालू की बेटी हेमा यादव के नाम है. जिसमें हेमा यादव को 3375 वर्गफीट का प्लॉट दिया गया. दूसरा 3375 वर्ग फीट का प्लॉट 2014 में हेमा यादव को गिफ्ट किया गया.
एक डीड एके इन्फोसिस्टम्स नाम की कंपनी के नाम किया गया जिसमें 9527 वर्ग फीट का प्लाट दिया गया. बाद में इस कंपनी की डायरेक्टर राबड़ी देवी बन गईं. गौर करने की बात ये है कि जिन लोगों ने या जिनके परिवार वालों ने लालू के परिवार वालों को ये जमीनें दीं, उन सबको लालू यादव के मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी दी गई.