देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों तीसरे मोर्चे को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. बुधवार को लालू यादव से मिलने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, सपा महासचिव रामगोपाल यादव और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह पहुंचे, जिसके बाद थर्ड फ्रंट को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है.
राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक चारों नेता के बीच आगामी विधानसभा में यूपी चुनाव को लेकर बातचीत हुई. हालांकि मुलाकात के बाद अखिलेश प्रसाद सिंह ने इसे औपचारिक बतााया. बता दें कि पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी दिल्ली आई हुई हैं और तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद में जुटी हुई हैं.
बताया जा रहा है कि यूपी चुनाव में 2024 के लोकसभा इलेक्शन से पहले तीसरे मोर्चे का प्रयोग हो सकता है. सपा के साथ राजद और एनसीपी मिलकर चुनाव लड़ सकती है, जबकि ममता बनर्जी पहले ही अखिलेश यादव के समर्थन में प्रचार करने की बात कही जा चुकी है. वहीं कांग्रेस की स्थिति को लेकर सियासी चर्चा जोरों पर है. बता दें कि कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए पहले से मोदी सरकार के खिलाफ एक्टिव हैं, ऐसे में तीसरे मोर्चे में कांग्रेस भी रहेगी या नहीं ? इसपर संशय बरकरार है.
देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए यूपी का अहम योगदान रहता है. अकेल यूपी में लोकसभा की 80 सीटें है और पिछले दो चुनाव से बीजेपी का परफॉर्मेंस यहां बेहतर रहा है. विपक्षी नेताओं का मानना है कि अगर यूपी में बीजेपी पिछड़ गई तो, आने वाले लोकसभा चुनाव में मात दिया जा सकता है. हालांकि विपक्ष का यह प्रयोग कितना सफल होता है, यह आने वाले दिनों में पता चलेगा. लेकिन लालू यादव, शरद पवार और रामगोपाल यादव के बीच मुलाकात के बाद सियासी हलचल जरूर बढ़ गई है.
Posted By: Avinish Kumar Mishra