राजद सांसद मनोज झा द्वारा राज्यसभा में पिछले दिनों पढ़ी गयी ‘ठाकुर का कुआं’ कविता को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. गुरुवार को जदयू, राजद और भाजपा के नेताओं ने एक दूसरे पर तीखे वार किये. वहीं अब इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी अब अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मनोज झा के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उसमें कुछ भी गलत नहीं है. मनोज झा विद्वान है. उन्होंने किसी समाज के खिलाफ नहीं बोला है. उन्होंने यह बात समाजवादी नेता शिवानंद तिवारी की पुस्तक ‘सड़क से संसद’ के विमोचन के अवसर पर संवाददाताओं के सवालों का उत्तर देते हुए कही.
जो विरोध कर रहे हैं, वे गलत हैं : लालू यादव
पटना के श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र के सभागार में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में राजद नेता लालू प्रसाद ने कहा कि जो विरोध कर रहे हैं, वे गलत हैं. किसी के पास उतनी ही बुद्धि हैं तो क्या किया जाये? मुख्यमंत्री से मुलाकात के संदर्भ में पूछे गये सवाल के उत्तर में कहा कि वे मुख्यमंत्री हैं. वे हमारे यहां आये . इसलिए हम भी गये. एक एक सामान्य बात है. कहा कि केंद्र सरकार जायेगी.
राजद नेता शिवानंद की किताब का लालू यादव ने किया विमोचन
वहीं इससे पहले राजकमल प्रकाशन के किताब उत्सव के दौरान वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद की किताब का विमोचन करते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि शिवानंद निर्भीक है. बेबाक बोलते हैं. धर्म निरपेक्ष हैं. इससे ये और इनके पिता दिवंगत रामानंद तिवारी कभी डिगे नहीं है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ कि ये किताब भी लिख लेते हैं? इन्होंने हमेशा गरीबों का पक्ष लिया. मैं इनकी लिखी किताब को पढ़ूंगा. मुझे यकीन है कि इससे लाभ होगा. उन्होंने देश की वर्तमान राजनीतिक दशाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान बदलने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने अपनी किताब फुलवरिया से रायसीना का भी जिक्र किया. आगामी किताब पर चर्चा कर देहाती बातों और बाबा गोरखनाथ का जिक्र बड़े रोचक तरीके से किया.
हम तो एक ही ठाकुर को जानते हैं , वह वृंदावन के ठाकुर जी हैं- तेज प्रताप
राजद नेता एवं मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी मनोज झा की तरफ से पढ़ी गयी कविता के संदर्भ में कहा कि मैं सिर्फ एक ठाकुर को जानता हूं. वह वृंदावन वाले ठाकुर जी श्रीकृष्ण हैं. किसी और ठाकुर के बारे में कुछ नहीं जानता हूं. तेजप्रताप ने कहा कि भाजपा पूरे देश में गलत तरीके की राजनीति कर रही है. भाजपा बिहार में जब तक राजद की बात नहीं कर लेती, तब तक उसके नेताओं को पेट की रोटी नहीं पचती है. उन्होंने विवाद के संदर्भ में कहा कि इससे राजद पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.
मनोज झा का भाषण किसी जाति विशेष के लिए नहीं: ललन सिंह
वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मनोज झा का बचाव करते हुए गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि राज्यसभा सांसद मनोज झा का राज्यसभा में दिया गया भाषण अपने आप में प्रमाण है कि ये किसी जाति विशेष के लिए नहीं है. भाजपा का काम समाज में तनाव पैदा करना और भावनाएं भड़काकर वोट लेना है. भारतीय जनता पार्टी, कनफुसका पार्टी है, उसका काम ही है भ्रम फैलाना, कनफुसकी करना. ललन सिंह ने कहा कि मनोज झा ने जो कविता पढ़ी, वह उनका बयान नहीं है, यह उनका वक्तव्य नहीं है. उनकी राय भी नहीं है. अपने भाषण के दौरान उन्होंने कविता पढ़ी और कहा कि मान लीजिये कि वह ठाकुर हैं. इसका किसी जाति से लेना देना नहीं है.
भाजपा विधायक राघवेंद्र ने कहा……
भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मनोज झा की कविता पर किसी का नाम लिये बिना कहा कि राजपूत गर्दन उतारना जानता है. सेकेंड नहीं लगेगा आपका गर्दन उतार कर हाथ पर रख देंगे. पुरानी बातें याद नहीं दिलाइये.
मांझी ने किया समर्थन
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राजद सांसद मनोज झा की बातों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि मनोज झा की बात उठनी ही नहीं चाहिए. जो भी बात उठा रहे हैं, वो चुनाव के समय में जाति को गोलबंद करना चाह रहे हैं. ठाकुर का मतलब है भगवान और सरकार. जाति विशेष के लोग अपने को भगवान से क्यों जोड़ना चाहते हैं.
राजद की मानसिकता सवर्णों के खिलाफ रही है : पारस
केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि राजद की मानसिकता ही सवर्णों के खिलाफ रही है. लालू प्रसाद ने कभी भूरा बाल साफ करो की बात कही थी. मनोज झा ने जो कविता पढ़ी उसका साराशं क्या है, यह समझने की बात है, गहराई में जाने की बात है.राजद की मानसिकता समझाने की बात है.
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केंद्र के एजेंट है मनोज झा : आनंद मोहन
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि मनोज झा ने एक जाति विशेष को टारगेट किया गया. संदर्भ से बाहर जाकर ठाकुर का कुंआ लाया गया. यह पूर्वाग्रह से ग्रसित व्यक्ति का परिचायक है. अपने अंदर के ठाकुर को मारो, यह बार-बार दोहराना कतई बरदास्त के लायक नहीं है. आनंद मोहन ने मनोज झा को फिटकिरी झा बताया, जिसने लोकतंत्र को कमजोर किया है. उन्होंने कहा कि मनोज झा केंद्र के एजेंट हैं.