सरसों तेल की बढ़ी कीमत को लेकर सोशल मीडिया पर एक तसवीर जमकर शेयर की जा रही है. जुलाई और सितंबर की अलग-अलग पैकिंग में सरसों तेल की कीमत पूरे 30 रुपये बढ़ी हुई दिख रही है. दोनों डब्बों की तसवीरों को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी एक ट्वीट किया है और कृषि कानूनों से इसे जोड़कर तंज कसा है.
सोशल मीडिया पर सरसों तेल की दो बोतलों की तसवीरें एकसाथ वायरल हो रही है. एक ही कंपनी की दो अलग-अलग पैकिंग में 30 रुपये का अंतर दिख रहा है. जुलाई 2021 में तैयार की गई 1 लीटर वाली बोतल में सरसों तेल की कीमत 235 रुपये दिख रही है जबकि ठीक दो महीने बाद जिस बोतल की पैकिंग की गई है उसके स्टीकर में 265 रुपये दिख रहा है. यानी दो महीने के अंदर ही सरसों तेल की कीमत में 30 रुपये का उछाल आ गया है.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी इस तसवीर को साझा किया है. साथ ही उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ”सरसों के तेल का क्या भाव है? क्या आप इससे खुश है? रुकिए, तीन काले कृषि क़ानूनों का विपरीत प्रभाव अभी दो-चार वर्षों बाद और अधिक समझ में आएगा”. आरजेडी सुप्रीमो ने कुछ महीनों पहले बने तीन नये कृषि कानूनों को इस उछाल का कारण बताया है. बता दें कि हाल के दिनों में इस कानून को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है.
सरसों के तेल का क्या भाव है?
क्या आप इससे खुश है?रुकिए, तीन काले कृषि क़ानूनों का विपरीत प्रभाव अभी दो-चार वर्षों बाद और अधिक समझ में आएगा। pic.twitter.com/ihuRLngIEF
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 1, 2021
वहीं सोशल मीडिया पर भी सरसों तेल के बोतलों की तसवीरें तेजी से वायरल हो रही है. लोग त्योहार के समय इस महंगाई को लेकर सरकार से नाराजगी जता रहे हैं. दिपावली सामने आने पर अब आमजन महंगाई को लेकर बेहाल हैं. बढ़ी हुई कीमतों को लेकर कई हैशटैग भी चलाए जा रहे हैं वहीं केंद्र सरकार पर तंज भी कसा जा रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan