श्रीकृष्ण जयंती समारोह में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह को लेकर बड़ा खुलासा किया. गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित श्रीकृष्ण जयंती समारोह में उन्होंने कहा कि अखिलेश सिंह को मैंने ही राज्य सभा का सांसद बनवाया हूं. जेल में रहते हुए अखिलेश सिंह के लिए मैंने सोनिया गांधी से फोन पर पैरवी किया था. इसके बाद ही अखिलेश सिंह को राज्यसभा का कांग्रेस ने टिकट दिया था. लालू प्रसाद ने पूरे प्रसंग की चर्चा करते हुे कहा कि अखिलेश प्रसाद सिंह किसी और के लिए टिकट मांगने मेरे पास रांची जेल में आए थे. लेकिन मैंने उन्हें कहा कि आप ही सांसद बन जाओ. इसपर वे राजी हो गए. फिर मैंने रांची जेल से ही सोनिया गांधी से फोन कर अखिलेश सिंह के लिए पैरवी कर उनको राज्यसभा का सांसद बनवाया.
बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 136वीं जयन्ती समारोह में राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने चीर-परिचित अंदाज में केन्द्र की भाजपा सरकार पर हमला भी बोला. उन्होंने भाजपा हटाओ देश बचाओ का नारा देते हुए विश्वास जताया कि भाजपा का सूपड़ा साफ होने वाला है. इसलिए वह बौखलाई हुई है. 15-15 लाख का झांसा देकर सबका एकाउन्ट बैंक में खोलवा दिया. उसके बाद पैसा गायब. यह झूठों की सरकार है और इसको भगना ही होगा. लालू यादव ने आगे कहा कि देश में साम्प्रदायिक ताकतें आंख फाड़ कर देख रही हैं. इसलिए विभिन्न दलों में बंटे 23 दलों ने मिलकर तैयारी शुरू कर दी है. इससे परेशान होकर लोग पूछ रहे हैं कि नेता कौन होगा? नेता हमलोग चुन लेंगे कोई कठिनाई नहीं होगी. इसके साथ ही लालू प्रसाद ने आगे कहा कि जल्द ही पटना के गांधी मैदान में हम लोग एक रैली करेंगे. लालू प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने भी कहा है कि सत्ता में आने के बाद हम देशभर में जातिगत गणना करवाएंगे.अब देश में जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी ही हिस्सेदारी होगी.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर भाग ले रहे प्रमोद तिवारी ने भी भाजपा सरकार को इस्ट इंडिया कंपनी से तुलना करते हुए इसके शासन की बुराइयों पर प्रहार किया. तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार इस्ट इंडिया कंपनी की तर्ज पर काम कर रही है और इसके चंगुल से देश को आजाद कराना हमारी प्राथमिकता है. भारत को एकबार फिर आजाद करने की जरूरत है.
इस कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर, बिहार के सह प्रभारी अजय कपूर, कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता शकील अहमद खान, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन झा, मंत्री मुरारी गौतम, अफाक आलम, पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, वीणा शाही, विश्व मोहन शर्मा, ब्रजेश पाण्डेय, विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्र, डा0 अशोक कुमार, निर्मल वर्मा, कौकब कादरी, श्याम सुन्दर सिंह धीरज, नरेन्द्र कुमार, लाल बाबू लाल, मुन्ना तिवारी, अजित शर्मा, अजय कुमार सिंह, आनन्द शंकर, बिजेन्द्र चैधरी, छत्रपति यादव, नीतू सिंह, राजेश कुमार, जाईदुर रहमान, संतोष मिश्र, विश्वनाथ राम, बंटी चैधरी, नरेन्द्र कुमार, मनोज कुमार सिंह, कपिलदेव प्रसाद यादव, मदन मोहन तिवारी, प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. अजय कुमार सिंह, पूनम पासवान। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष व प्रखंड अध्यक्ष अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे.