बिहार में मंगलवार को ठनके ने 20 लोगों की जान ले ली है. राज्य के आठ जिलों में ठनके से हुई मृत्यु पर मुख्यमंत्री ने शोक जताते हुए मृतक के आश्रितों को तत्काल 4-4 लाख रुपया मुआवजा राशि दिए जाने की घोषणा की है. कल देर शाम से आज तक राज्य में वज्रपात से कैमूर में 07, भोजपुर में 04, पटना में 04, जहानाबाद में 01, अरवल में 01, रोहतास में 01, सिवान में 01 एवं औरंगाबाद में 01 व्यक्ति की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिया है. सीएम नीतीश ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें और वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.
कैमूर जिले में ठनके ने चार लोगों की जान ले ली और छह महिलाएं बुरी तरह झुलस गयी. जानकारी के अनुसार, जिले के चांद प्रखंड के गोई बधार में रोपनी करने गयी महिलाओं पर बिजली गिर गयी. इस दौरान एक महिला की मौत हो गयी, जबकि छह घायल हो गयीं. मृतका की पहचान गोई गांव के बल्ली बिंद की पत्नी रविता देवी के रूप में की गयी है. उधर कुदरा प्रखंड के मोहनपुर गांव में रोपनी के दौरान मजदूरों के लिए खाना लेकर खेत में पहुंचीं दो बहनों पर बिजली गिर गयी. इसमें दोनों की मौत हो गयी.
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वहीं, चैनपुर थाना क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ में मंगलवार को पार्टी मनाने गये हाटा के एक युवक की मौत जलप्रपात में नहाने के दौरान वज्रपात से मौके पर ही हो गयी. युवक हाटा बाजार निवासी स्वर्गीय महादेव केसरी का पुत्र अरुण केसरी बताया जाता है. घटना मंगलवार की दोपहर बाद करीब तीन बजे की बतायी जाती है. दो दिन सोमवार व मंगलवार को मिलाकर जिले में आठ लोगों की आकाशीय बिजली से मौत हो गयी है.