लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में हुई बड़ी टूट और परिवार में मनभेद के बाद पहली बार चिराग पासवान (Chirag Paswan)और प्रिंस राज(Prince Raj) ने पासवान परिवार के पारिवारिक और राजनीतिक घमासान पर Prabhatkhabar.com से बातचीत की. दोनों ने अपने-अपने पक्ष रखे और कई ऐसी बातें बतायी जो लोजपा के अंदर चल रहे कलह का कारण प्रतीत होती है. आइये जानते हैं चिराग और प्रिंस राज ने क्या कहा..
प्रभात खबर की टीम ने चिराग पासवान का इंटरव्यू किया. गया में आशीर्वाद यात्रा शुरू करने के पहले चिराग ने प्रभात खबर को एक्सक्लूजिव इंटरव्यू के दौरान अपने अंदर का दर्द भी बयां किया. उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बिहार को विकसित बनाना है. बिहार फस्ट बिहारी फस्ट मेरी मुहिम है. आशीर्वाद यात्रा में अपार जनसमर्थन मिल रहा है. चिराग ने कहा कि मैं अकेला नहीं महसूस करता. मेरा साथ नेताओं ने छोड़ा लेकिन जनता मेरे साथ है.
चिराग ने कहा कि इस टूट का प्रयास तब से शुरू हो गया था जब रामविलास पासवान जी आइसीयू में भर्ती थे. परिवार के कुछ सदस्यों ने तब भी ये काम शुरू कर किया था. लेकिन रामविलास जी ने इन लोगों से बात कर हमेसा इसे रोके रखा. पशुपति पारस जी ने रामविलास जी के निधन के 11 दिन पहले प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी और उसमें लिखा कि बहुत लोग पार्टी में टूट की खबरें चला रहे हैं. वो पार्टी विरोधी हैं और पूरी पार्टी आज भी राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ मजबूती से खड़ी है.
चिराग पासवान ने कहा कि वो लोग सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं और मैं जनता की लड़ाई लड़ रहा हूँ. मैने सिद्धांतों से समझौता के बदले सत्ता को लात मारना सीखा है. वहीं कुछ लोग मंत्री बनने के लिए परिवार को लात मार देते हैं. चिराग ने कहा कि परिवार के मुखिया रामविलास जी थे. उन्होंने कई चीजों पर चुप्पी साधना सही समझा. उसका सम्मान उनके जाने के बाद भी रखा जाना चाहिए था. वहीं चाचा पारस के साथ संबंध वापस मधुर होने के सवाल पर चिराग ने कहा कि अभी पार्टी पर ध्यान देना उनकी प्राथमिकता है. चिराग पासवान का इंटरव्यू विस्तार से देखने के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल के इस लिंक पर जायें…
लोजपा पर दावेदारी को लेकर चिराग ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष आज भी मेरे नाम से ही चुनाव आयोग के पास दर्ज है. दूसरे खेमे ने दावा तक नहीं किया है और अगर करते हैं तो कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
वहीं प्रभात खबर ने प्रिंस राज का भी इंटरव्यू किया और उनका पक्ष जानना चाहा. प्रिंस राज ने कहा कि पार्टी पर अधिकार जनता का है और पार्टी वही है जो रामविलास जी ने बनायी. लोकसभा के स्पीकर ने मान्यता दी है. पशुपति पारस को संसद दल का नेता चुना गया. एनडीए की बैठक में उन्हें ही बुलाया जाता है. और सिंबल को लेकर चुनाव आयोग के लंबित फैसले का जो भी परिणाम आयेगा उसे मानेंगे.
Prabhatkhabar.com पर दिये अपने एक्सक्लूजिव इंटरव्यू में प्रिंस राज ने अपने भाई चिराग पासवान (Chirag Paswan) पर जमकर हमला बोला. इस दौरान प्रिंस राज ने पारिवारिक और राजनीतिक दोनों मामलों पर अपनी बात रखी. प्रिंस राज ने अपनी नाराजगी जताते हुए चिराग पर हमला बोला. प्रिंस राज ने आरोप लगाया कि चिराग अपनी सूझबूझ खो चुके हैं. वो सलाहकार की बात ही मानते हैं. पूरी पार्टी को एक व्यक्ति मनमाने तरीके से चला रहा था और हमने बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन चिराग नहीं माने.
चिराग को मंथन करने की सलाह देते हुए प्रिंस राज ने कहा कि ये परिस्थिति क्यों आई इसपर वो सोचें. और आज भी अगर नहीं मालूम हो रहा तो ये चिराग तले अंधेरा वाली बात है. रामविलास पासवान जी के बरसी पर साथ होने के सवाल पर प्रिंस राज ने तीखा हमला करते हुए कहा कि तेरहवीं के ठीक पहले चिराग ने एक बड़ी हरकत की थी. इसका पता किया जाना चाहिए कि आखिर वो हरकत क्यों की गयी… प्रिंस राज का इंटरव्यू विस्तार से देखने के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल के इस लिंक पर जायें…
POSTED BY: Thakur Shaktilochan