पटना जंक्शन पर 13331 धनबाद इंटरसिटी की बोगी में एक बक्से में मिले एक युवक के शव की जीआरपी ने पहचान कर ली और साथ ही मामले का पर्दाफाश भी कर दिया. मृत युवक शेखपुरा जिले के अरियारी थाने के कमालपुर निवासी शंकर महतो का बेटा जगत कुमार महतो है. युवक की हत्या अवैध संबंधों के कारण बचपन के दोस्त विक्की कुमार उर्फ छोटू व उसकी पत्नी निशा कुमारी ने रस्सी से गला दबा कर की थी. इसके बाद शव को बक्से में बंद कर उसे बिट्टू कुमार की मदद से लखीसराय स्टेशन तक पहुंचाया था. पुलिस ने विक्की, निशा कुमारी व बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही मृत युवक जगत कुमार महतो का बैग, कपड़ा, लोहे का रॉड, मोबाइल फोन व रस्सी को भी बरामद कर लिया.
रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने बताया कि जगत का अपने दोस्त की पत्नी के साथ अवैध संबंध था और इसके कारण ही हत्या की योजना बनायी गयी. आरोपित विक्की ने टीवी पर क्राइम पेट्रोल व सीआइडी सीरियल को देख कर हत्या की पूरी योजना बनायी, ताकि वह पकड़ा न जा सके. उन्होंने बताया कि जगत की मई माह में शादी भी होने वाली थी.
बताया जाता है कि 13 फरवरी को शव बरामद होने के बाद रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर के निर्देश पर एक टीम बनायी गयी. इस टीम ने आसनसोल से लेकर पटना तक के एक-एक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाल दिया. इस दौरान लखीसराय स्टेशन के पास स्थित एक दवा दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में माथे पर बक्सा उठाये हुए विक्की का फुटेज हाथ लग गया. इससे यह स्पष्ट हो गया कि लखीसराय में ही उसकी हत्या हुई और वहीं पर शव को बक्से में बंद कर धनबाद इंटरसिटी ट्रेन में रख दिया. इसके बाद टीम ने सारी जगहों पर युवक के शव का फोटो प्रसारित कर दिया. इससे उसके परिजनों को जानकारी मिली और उन लोगों ने जगत के रूप में शव की पहचान की.
पुलिस को परिजनों से जगत का मोबाइल नंबर मिल गया और सीडीआर निकालते ही यह जानकारी मिल गयी कि उसकी किन-किन लोगों से बात होती थी. सीडीआर से स्पष्ट हो गया कि उसकी निशा कुमारी से बात हुई थी और लोकेशन से यह मिला कि वह कोलकाता से 12 फरवरी को निकला और 13 फरवरी को लखीसराय पहुंचा था और फिर उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया था. मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस निशा कुमारी तक पहुंच गयी और फिर सारे मामले का पर्दाफाश हो गया. इसके बाद उसके पति विक्की व बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उसके घर से जगत के कपड़े, मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद कर लिए गये.
जगत व विक्की अपने-अपने पिता के साथ कोलकाता में रहते थे और मजदूरी करते थे. इस दौरान ही जगत व विक्की की स्कूल में ही दोस्ती थी. विक्की ने दूसरी शादी की और वह अपना मोबाइल फोन पत्नी को देकर कोलकाता कमाने के लिए चला गया. इस दौरान जगत ने जब फोन किया, तो निशा से उसकी बात होने लगी और मामला अवैध संबंध तक पहुंच गया. लोगों से विक्की को इस अवैध संबंध की जानकारी मिली और वह 10 दिन पहले ही लखीसराय चला आया. इसके बाद उसने पत्नी को दो ऑप्शन दिया कि वह जगत के साथ ही रहे या फिर उसकी हत्या करने में साथ दे. निशा कुमारी हत्या में सहयोग करने के लिए तैयार हो गयी.
हत्या करने से पहले विक्की लखीसराय स्टेशन पर यह देखने के लिए पहुंचा कि वहां कहां-कहां पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. पूरी तरह से आश्वस्त होने बाद निशा ने जगत को कोलकाता से फोन कर अपने लखीसराय के कवैया स्थित घर पर मिलने के लिए बुलाया और कमरे में सुला दिया. इसके बाद उसके शरीर पर कंबल रख दिया. इसके बाद विक्की व निशा ने मिल कर रस्सी से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव को मां के लोहे के एक पुराने बक्से में रख कर ताला लगा दिया. फिर एक दोस्त बिट्टू की मदद से उसे लखीसराय स्टेशन पर धनबाद इंटरसिटी ट्रेन में रख दिया. हालांकि उनकी मंशा विक्रमशीला एक्सप्रेस में रखने की थी, ताकि शव दिल्ली पहुंच जाये. लेकिन ट्रेन निकल गयी थी. लेकिन एक दवा दुकान के सीसीटीवी फुटेज में उसकी तस्वीर आ गयी.