पटना शहर में मौजूद महिला कॉलेजों में हर साल हजारों की संख्या में छात्राएं पढ़ने आती हैं. हर साल की तरह इस साल भी कुछ महिला कॉलेजों में छात्राओं को नये कोर्स, हॉस्टल, हॉल और कैंटीन की सुविधा मिलने वाली हैं. पीयर टीचिंग सेल की सवुिधा श्रीअरविंद महिला कॉलेज की प्राचार्या प्रो पूनम ने बताया कि कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए पीयर टीचिंग सेल बनाया गया है. साथ ही प्लेसमेंट को लेकर जॉब फेयर का भी आयोजन होने वाला है. वहीं नये सत्र में छात्राओं के लिए बैचलर्स इन लाइब्रेी की शुरुआत होने जा रही हैं. इसमें लाइब्रेी के बारे में पढ़ाया जायेगा. वहीं इस बार भी हॉस्टल शुरू करने के लिए छात्राओं को फॉर्मदिया जायेगा.
गंगा देवी महिला कॉलेज में पहले से ही आर्ट्स, साइंस और वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई हो रही है. अब यूनिवर्सिटी से मिले आदेश के बाद यहां छात्राएं बीकॉम और पीजी में पांच कोर्स कर सकेंगी. बीकॉम सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्स के तौर पर है और पीजी में जूलॉजी, हिस्ट्री, सोशियोलॉजी, होम साइंस और अंग्रेजी है. जेडी वीमेंस कॉलेज में इंटर, ग्रेजुएशन, पीजी और सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्स की पढ़ाई होती है. पिछले तीन सालों से बीकॉम शुरू करने की कवायद जारी थी, लेकिन अब इस सत्र से यहां बीकॉम और बैचलर्स इन लाइब्रेी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस की पढ़ाई होगी. प्राचार्या प्रो मीरा कुमारी ने बताया कि कॉलेज की ओल्ड बिल्डिंग में ही बीकॉम की पढ़ाई होगी.
मगध महिला कॉलेज में बने महिमा छात्रावास का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है. कोरोना की वजह से इस हॉस्टल को बनने में तीन साल का वक्त लगा है. जी प्लस 7 की इस बिल्डिंग में छात्राओं के लिए 639 बेड के अलावा जिम और कॉमन रूम है. नये सत्र के नामांकन के साथ ही छात्राओं को नये हॉस्टल के लिए अप्लाय करना होगा. नामांकन के साथ ही छात्राओं को हॉस्टल के रूम का भी एलॉटमेंट होगा. प्राचार्या डॉ नमिता कुमारी ने बताया कि हॉस्टल की फीस पीयू की ओर से तय होगी. वहीं इस सत्र से सीबीसीएस के तहत छात्राएं पढ़ेंगी.
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पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राओं को इस साल ऑडिटोरियम और कैंटीन का तोहफा मिलने वाला है. साल 2018 में पुराने स्टेज हॉल को तोड़ कर नये ऑडिटोरियम का निर्माण कार्य शुरू हुआ है. इस ऑडिटोरियम का निर्माण 25 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. साथ ही इसमें 2500 छात्राओं के बैठने की जगह होगी. जबकि कॉलेज से पहले से एक कैंटीन है, जिसकी बिल्डिंग काफी पुरानी हो चुकी है. पुराने कैंटीन की जगह पर जल्द एक नया कैंटीन तैयार होने वाला है, जिसका काम शुरू हो चुका है. यह बिल्डिंग जी प्लस टू होगी. इसे बनाने को लेकर सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.
यह पूरा कैंटीन लगभग सात करोड़ की लागत से तैयार होगा. इस साल के आखिर तक यह बनकर तैयार हो जायेगा. नये सत्र में आने वाली छात्राओं को आउटकम बेस्ड एजुकेशन पढ़ना होगा. इसके लिए सिलेबस भी तैयार किया जा चुका हैं. कॉलेज की प्राचार्या डॉ सिस्टर मारिया रश्मि एसी ने बताया कि छात्राएं पूरे साल जो पढ़ रही है इसका आउटकम क्या है यानी इसका परिणाम क्या हैं इसे लेकर छात्राओं को एक पेपर तैयार करना होगा. इससे वे ना सिर्फ अपने कोर्स को समझेंगी बल्कि आगे जाकर अपने कैरियर को दिशा दे पायेंगी.