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पटना के गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट मामले गिरफ्तार मेहरे आलम कौन है? जानिए पिता ने क्या कहा..

2013 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में कई बम विस्फोट हुए थे, जिसमें पांच की मौत हो गयी थी और 70 से अधिक घायल हुए थे. इसी मामले में एक फरार आरोपित को दरभंगा के अशोक पेपर मिल इलाके से शनिवार को गिरफ्तार किया गया है.

बिहार पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने 2013 के पटना के गांधी मैदान बम विस्फोट मामले में एक फरार आरोपित को दरभंगा के अशोक पेपर मिल इलाके से शनिवार को गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित की पहचान संझौली निवासी मेहरे आलम के रूप में हुई है. मेहरे 30 अक्टूबर 2013 को एनआइए की अभिरक्षा से फरार हो गया था. रविवार को पूछताछ करने के बाद उसे एसटीएफ की टीम ने नगर थाने की पुलिस को सौंप दिया.

हुंकार रैली के दौरान हुआ था बम विस्फोट 

मालूम हो कि 2013 को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में शृंखलाबद्ध बम विस्फोट हुए थे, जिसमें पांच की मौत हो गयी थी और 70 से अधिक घायल हुए थे. एनआइए कोर्ट ने 2021 में इस मामले में आठ अभियुक्तों को दोषी करार दिया था. बताया जाता है कि बम ब्लास्ट के अभियुक्त मोनू से मेहरे आलम की अच्छी जान पहचान थी.

क्या कहते हैं मेहरे के पिता 

उधर, मेहरे आलम के पिता महमूद आलम ने दावा किया है कि एनआइए ने उनके बेटे को 2013 में गिरफ्तार किया था. उस समय एनआइ ने उसे घर जाने के लिए कहा था. इसके बाद बेटे पर भागने के आरोप लगाकर केस दर्ज कर दिया गया. हालांकि, इतने सालों के दौरान ना तो उसके परिजन और ना ही मेहरे आलम पुलिस या एनआइए के समक्ष प्रस्तुत होकर अपना पक्ष रख पाये.

गवाह के तौर पर पहली बार 2013 में मेहरे को ले गयी थी एनआइए

संझौली से गिरफ्तार मेहरे आलम को इससे पहले एनआए की टीम 2013 में पटना गांधी मैदान ब्लास्ट मामले में गवाह के तौर पर ले गयी थी. उसके खिलाफ मुजफ्फरपुर के नगर थाना में 30 अक्तूबर 2013 को मामला दर्ज किया गया था. आरोप है कि उस समय वह एनआइए को चकमा देकर फरार हो गया था. दरभंगा पुलिस के अनुसार एनआइए ने पूछताछ के लिए मेहरे आलम को बुलाया था. 29 अक्टूबर 2013 को मेहरे की निशानदेही पर एनआइए ने रांची के डोरंडा के हैदर अली उर्फ अब्दुल्ला की गिरफ्तारी को लेकर मनियारी के मीरपुर गांव में उसके भतीजे के घर पर छापेमारी की थी. मनियारी में छापेमारी करने के बाद एनआइए की टीम वापस लौट गयी थी. टीम के अधिकारी व जवान जंक्शन के रिटायरिंग रूम में रुके थे. वहीं, मेहरे को स्टेशन रोड के होटल सिद्धार्थ में ठहराया गया था. 30 अक्टूबर 2013 को सुबह छह बजे वह टाॅयलेट जाने के बहाने फरार हो गया था.

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बिहार पुलिस ने ट्वीट कर दी जानकारी

इधर, रविवार को मेहरे की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बिहार पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि बम विस्फोट मामले में आरोपी आलम 2013 में एनआइए की हिरासत से फरार हो गया था. आलम को शनिवार को दरभंगा से एसटीएफ के जवानों ने गिरफ्तार किया है.

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