पटना जिला प्रशासन ने शनिवार को मीठापुर पुनपुन लेन इलाके में अतिक्रमण हटाने को लेकर अभियान चलाया. जिला प्रशासन के अधिकारियों व पुलिस बल की तैनाती और लाेगों के विरोध के बीच उत्तरी छोर से लेकर लेबर कोर्ट के बीच अतिक्रमण कर बनाये गये 10 मकान तोड़े गये. इस दौरान जेसीबी, बुलडोजर के माध्यम से अतिक्रमण हटाया गया.
जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गयी थी. मालूम हो कि अतिक्रमण के कारण मीठापुर फ्लाइओवर के एक फ्लैंक का काम रुका हुआ है.
मीठापुर रेलवे ओवरब्रिज के पुनपुन लेन के निर्माण कार्य पूरा करने के लिए करीब 800 मीटर लंबे और 50 फीट चौड़ी करीब 77 डिस्मिल जमीन को खाली कराना है. शनिवार के बाद रविवार को भी अतिक्रमण हटाने का काम हुआ.
अतिक्रमण हटाने गयी अधिकारियों व पुलिस टीम को शुरू में विरोध का सामना करना पड़ा. प्रशासन के लोग करीब सुबह 10 बजे पहुंच गये थे. इस दौरान अधिकारियों और आमलोगों के बीच कहासुनी होती रही. करीब एक घंटे तक लोगों ने अभियान शुरू नहीं होने दिया. लोग मुआवजे की भी मांग कर रहे थे.
जिला प्रशासन ने रेलवे लाइन के पूरब से दक्षिण तक कुल 27 रैयत के अतिक्रमित को चिह्नित किया था. इनमें कुल 35 मकान बने हुए हैं, जिनके अलग-अलग हिस्साें के कारण अतिक्रमण है. इनमें रेलव लाइन के उत्तर में 93 फुट और दक्षिण में 88 फीट तक मकानों को तोड़ना है. कुल 35 मकानों में रेलवे लाइन की बाउंडरी से 93 से 88 फीट तक की जमीनों से अतिक्रमण हटाया जाना है.
लोगों के विरोध के कारण जब घंटों तक काम बाधित रहा तो इसके बाद पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी. पहले से मकानों पर लगाये गये लाल निशान के अंदर जितने सामान थे. उसे हटाने के लिए कहा गया और इसके बाद मकानों पर बुलडोजर चलाना शुरू किया गया.
कुछ लोगों का कहना है कि 2013 से केस चल रहा था, लेकिन ऐसे बिना कोर्ट के जजमेंट के खुद से निर्णय लेकर मकान तोड़ना समझ से परे है. ठंड के मौसम में लोगों को बेघर कर देना कैसा इंसाफ है. हालांकि प्रशासन इसे सही तरीके से कार्रवाई बता रही है.
प्रशासन ने बुल्डोजर और जेसीबी से दुकान-मकान तो ढाह दिये लेकिन लोगों ने सवाल भी सामने रखा है और पूछा है कि 24 घंटे का समय दिया गया था. घर में 80 वर्षीय मां की भी तबीयत खराब है. घर के एक-एक सामान को रोड पर बिखरता देखा जाना कहां तक सही है.
पटना डीएम डाॅ चंद्रशेखर सिंह ने भी निर्माण कार्य पूरा कराये के लिए एलाइनमेंट में आने वाले इस अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई का निरीक्षण किया. पटना सदर एसडीओ नवीन कुमार ने बताया कि बचे मकानों को रविवार को तोड़ दिये जायेंगे. मकानों को तोड़े जाने के दौरान कोई हिंसक घटना या विरोध नहीं हुआ.
Posted By: Thakur Shaktilochan