बेऊर जेल के अंदर मोकामा विधायक अनंत सिंह मोबाइल फोन से बात कर रहे थे और सिगरेट का धुआं उड़ा रहे थे. उनकी सेवा में दो के बजाये नौ सेवादार और सुरक्षा में पुलिस के जवान भी लगे थे. इसका खुलासा उस समय हुआ, जब जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह के नेतृत्व में एएसपी फुलवारी मनीष कुमार व अन्य अधिकारियों के साथ ही 100 जवानों की पुलिस टीम ने बुधवार की दोपहर 12.15 बजे अचानक छापेमारी की. सारी कार्रवाई गुप्त रखी गयी थी.
टीम ने एक-एक सेल और खंड को खंगालना शुरू किया तो अनंत सिंह के एमपी-एमएलए (उच्च स्तरीय सेल) खंड में रखे बैग से एक सिम कार्ड सहित मोबाइल फोन, सिगरेट के डिब्बे और मोबाइल नंबरों की लिस्ट के कागजात मिले. अन्य खंडों की जांच में नौ हीटर स्प्रिंग भी बरामद किये गये. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर तीन जेल वार्डन सुरेंद्र कुमार, वीरेंद्र कुमार व विकासचंद्र सिंह को तुरंत निलंबित कर दिया गया है. सुरक्षा व जांच में लगे सैप जवान गौरीशंकर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
बेऊर जेल के अधीक्षक जीतेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही उन्हें 24 घंटे के अंदर अन्य सभी दोषियों की जिम्मेदारी को तय कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. सभी नौ सेवादारों को हाइ सिक्यूरिटी सेल में बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही मोकामा विधायक अनंत सिंह के खिलाफ में बेऊर थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है.
उन जेल कर्मियों की भूमिका की भी जांच की जा रही हैं, जिन्होंने मंगलवार को अनंत सिंह के सिविल कोर्ट से जेल आने के बाद उनके व्हील चेयर व उनकी जांच की थी. इन सभी सुरक्षाकर्मियों पर भी गाज गिरनी तय है. जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि काराधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है क्योंकि जेल को लेकर सारी जिम्मेदारी उनकी ही हैं. एएसपी फुलवारी मनीष कुमार ने बताया कि बेऊर थाने में विधायक के खिलाफ में मामला दर्ज कर लिया गया है. जेल आइजी ने बताया कि सूबे के तीन प्रमुख जेलों में औचक निरीक्षण किया गया था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan