बिहार में मॉनसून ब्रेक होने से जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है. मौसम में बदलाव का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. दिन में सूर्य आग उगल रहा है, तो शाम ढ़लने पर उसम वाली गर्मी से लोग बेहाल है. अधिक गर्मी के कारण लोग बीमार पड़ रहे है. ऐसे में लोगों में सीजनल बुखार की शिकायत ज्यादा बढ़ गयी है. अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है.
बच्चा, जवान सभी इस सीजनल बुखार के चपेट में आ रहे है. सर्दी, जुकाम के साथ फीवर से शरीर में दर्द की शिकायत हो रही है. कंधा, कमर, घूटना व पैर सहित ज्वाइंट वाले जगहों पर दर्द अधिक हो रहे है. यहां तक की फीवर जाने के बाद भी कई दिनों तक शरीर में भारी कमजोरी महसूश हो रहा है. माना जा रहा है कि तेज धूप के चपेट में आने व अधिक तापमान के कारण लोग फीवर के शिकार हो रहे है.
अधिक तापमान के कारण कई बिमारियां सक्रिय हो गयी है. चिकित्सकों की माने तो हर दस केस में पांच लोग टायफाइड के शिकार हो रहे है. इसके अलावे वायरल फ्लू, डायरिया, इंफ्लूयंजा आदि रोग से लोग ग्रस्त हो रहे है. अधिक गर्मी के कारण बच्चों में खसरा रोग की शिकायत देखने को मिल रही है. ऐसे में लोगों को सचेत रहने की जरूरत है.
Also Read: बिहार में अगले पांच दिन बारिश के आसार नहीं, जून माह में सामान्य से कम हुई बारिश, जानें मौसम अपडेट
मोतिहारी के वरीय चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मौसम में हुये बदलाव के कारण वायरल फ्लू, डायरिया, टायफायड व डीआइड्रेशन आदि की शिकायत बढ़ गयी है. इससे बचाव के लिए प्रीकॉशन जरूरी है. तेज धूप में जाने से बचे. फ्रेस वाटर व फूड का सेवन करे. पानी को उबाल कर ठंडा कर पीना काफी फायदेमंद होगा. फास्ट फूड जैसे बाहर के सामान खाने से परहेज करे. पानी का अधिक मात्रा में सेवन करे. दिक्कत होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे, ताकि ससमय उपचार हो सके.