साहब… 12 घरों का तो चिराग इस नाव हादसे में बुझ गया. कई परिवारों की खुशियां लुट गयीं. अब हमारे घर में भी अंधेरा न छा जाये, इसके लिए मधुरपट्टी-भटगामा घाट पर पुल बनवा दीजिए. ताकि, बिना दहशत के हमारे लाल नदी पार कर पढ़ाई करने से लेकर और दूसरे काम के लिए जा सकें. ये बातें शनिवार को सांसद चिराग पासवान के सामने मधुरपट्टी गांव की महिलाओं ने एक साथ रखीं. महिलाओं का कहना है कि जब से यह नाव हादसा हुआ है, पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. किसी घर में चूल्हा तक नहीं जल रहा है.
अलग-अलग दलों के नेता आ रहे हैं, लेकिन अबतक किसी ने सही से उनकी फरियाद नहीं सुनी. अगर 700 से अधिक परिवारों की फरियाद पहले नेता व प्रशासन के लोग सुन लिये होते, तो इतना बड़ा हादसा नहीं हुआ होता. आज हर तरफ मातम पसरा है. हमें अपना हक दीजिए. बस एक पुल बनवा दीजिए.
बागमती नदी के दोनों तरफ हादसे के तीसरे दिन शनिवार को भी दोनों तरफ सैकड़ों लोगों की भीड़ जमी रही. बीच- बीच में शव मिलने की अफवाह पर लोग दौड़ने लगते थे. पीड़ित परिवारों को यह डर सता रहा है कि अपने घर की लक्ष्मी या चिराग का अंतिम बार चेहरा भी देख पाएंगे या नहीं. हालांकि, उनको अभी भी ग्रामीण ढांढस बंधा रहे हैं.
नाव हादसे को लेकर बेनीबाद ओपी पुलिस दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करेगी. इसके लिए मजिस्ट्रेट के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करने की कवायद जारी है. डीएसपी पूर्वी शहरियार अख्तर ने बताया है कि पहली प्राथमिकी मजिस्ट्रेट के बयान पर नाविक हरि किशोर सहनी पर दर्ज की जायेगी. वहीं, दूसरी प्राथमिकी में हादसे में जान गंवाने वाले परिजनों का बयान दर्ज किया जायेगा. फिलहाल, मजिस्ट्रेट के बयान का इंतजार किया जा रहा है. इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.