पटना : नक्सलवादी बिहार पुलिस पर घातक हमला करने की योजना बना रहे है़ं वीटीआर के जंगलों में सुरक्षाबलों के हाथों चार साथियों की मौत के बाद पुलिस पर दबाव बनाने के लिए वह कोई बड़ी साजिश रच रहे हैं. पुलिस मुख्यालय को इसकी खुफिया जानकारी मिली कि पुलिस आउट पोस्ट या थाना पर बड़ा हमला हो सकता है. नक्सलियों के संभावित हमले को रोकने के लिये राज्य भर में एलर्ट जारी किया गया है. पुलिस मुख्यालय ने सभी रेंज आइजी-डीआइजी के साथ-साथ पुलिस जिलों के एसएसपी-एसपी को भी पत्र लिखा है.
दस जुलाई को तड़के पांच बजे उत्तरी बिहार के बगहा जिले में सुरक्षा बलों ने संयुक्त ऑपरेशन में नक्सली कैंप को तबाह कर दिया था़ एसएसबी, एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने मुठभेड़ में चार उग्रवादियों को मार गिराया था. पुलिस महानिदेशक की ओर जारी एलर्ट में कहा गया है कि लिकोरिया थानांतर्गत घने जंगल में संयुक्त पुलिस टीम तथा नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ से नक्सली संगठनों को बहुत अधिक क्षति हुई है. इसके प्रतिशोध में नक्सलियों द्वारा पुलिस प्रतिष्ठानों , थाना, आउट पोस्ट, पुलिस पिकेट अथवा गश्ती दल पर हमला कर सकते है़ं राज्य भर के एसएसपी, एसपी , बीएमपी कमांडेंट आदि को सचेत किया गया है. सभी को अपने -अपने क्षेत्र में स्थित पुलिस प्रतिष्ठानों की सुरक्षा एसओपी के तहत सुनिश्चित करने को कहा गया है. एडीजी ऑपरेशन सुशील मानसिंह खोपड़े का कहना है कि नक्सली घने जंगलों से घिरे पठारी इलाका में कैंप किये हुए थे.
लोकल इंटेलीजेंस के सूत्रों के अनुसार नक्सली एक मिशन के तहत निकले है. राज्य में वर्तमान में नक्सलियों के तीन गढ़ हैं. गया-औरंगाबाद का इलाका के चकरबंधा और जमुई का जंगली इलाका है. ये क्षेत्र झारखंड की सीमा से लगे हुए है़ं तीसरा गढ़ उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा से लगता बगहा जिला का जंगली क्षेत्र है़ अंतराष्ट्रीय सीमा खुली हुई है़ नक्सली कमांडर नेपाल-भारत के वर्तमान संबंधों को अपने अनकूल मानते हुए इस इलाकों को काॅरिडोर में बदलने की फिराक में हैं.
लोकल इंटेलीजेंस के सूत्रों के अनुसार नक्सली एक मिशन के तहत निकले है. राज्य में वर्तमान में नक्सलियों के तीन गढ़ हैं. गया-औरंगाबाद का इलाका के चकरबंधा और जमुई का जंगली इलाका है. ये क्षेत्र झारखंड की सीमा से लगे हुए है़ं तीसरा गढ़ उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा से लगता बगहा जिला का जंगली क्षेत्र है़ अंतराष्ट्रीय सीमा खुली हुई है़ नक्सली कमांडर नेपाल-भारत के वर्तमान संबंधों को अपने अनकूल मानते हुए इस इलाकों को काॅरिडोर में बदलने की फिराक में हैं.