बिहार के विभिन्न जिलों से बिहार-झारखंड, बिहार-उड़िसा और बिहार-छत्तीसगढ़ के लिए मार्च से 140 से अधिक बसों का परिचालन शुरू होगा. इस परिचालन से लोगों को बेहतर सुविधा मिल सकें. उनका स्टॉप घर के पास हो. इसके लिये राज्य में 110 नये बस स्पॉट बनाने का निर्णय लिया गया है. राज्य सरकार के दिशा – निर्देश पर परिवहन विभाग ने सभी जिलों से स्टॉप बनाने के लिए जगह चिन्हित कर रिपोर्ट मांगा है. जहां से अधिक से अधिक लोगों को बसों के परिचालन में सुविधा हो सकें.
दुर्घटना से होगा बचाव
ग्रामीण इलाकों में बसों का परिचालन बढ़ने के बाद बसों में सवारियां बढ़ जायेगी और बस स्टॉप नहीं रहते से राज्य में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ेगी. लोग कहीं भी बस को रोक कर बैठना चाहेंगे और बस चालक को भी हर जगह सवारी को बिठाने के लिए रोकना पड़ेगा, लेकिन स्टाप बनने के बाद लोग बस का इंतजार एक स्टाप पर करेंगे और दुर्घटना भी नहीं होगी.
सड़क सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है निर्णय
विभाग के मुताबिक सड़क सुरक्षा को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में बस स्टॉप का निर्माण किया जायेगा. पूर्व में भी कुछ स्टाप का निर्माण कराया गया है. बस स्टॉप पर सभी बसे रहेंगी. यह स्टॉप पूरी तरह से बारिश, गर्मी से यात्रियों को बचायेगी और यहां लाइटिंग की पूरी व्यवस्था की जायेगी. बस स्टॉप पर आकर्षक पेंटिंग बनायी जायेगी.
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बसों के परमिट के लिए 15 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन मांगा गया
बिहार के विभिन्न मार्गों पर बस चालने के लिए परमिट की जरूरत होती है. ऐसे में राज्य परिवहन प्राधिकरण ने परमिट की स्वीकृति के लिए 15 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन मांगा है. परमिट मिलने के बाद बिहार-ओडिशा के बीच चार, बिहार-छत्तीसगढ़ के बीच 60 और बिहार – यूपी के बीच 67 से अधिक बसों का परिचालन होगा. विभाग के मुताबिक 23 जनवरी से 21 फरवरी तक परमिट देने का काम पूरा होगा और मार्च से बसों का परिचालन शुरू हो जायेगा.
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