पटना. बिहार में कोरोना ने एक बार फिर लोगों को संक्रमित करना शुरू कर दिया है. पिछले 24 घंटे के दौरान पटना समेत पूरे राज्य में अब तक कोरोना के तीन नये मरीज मिलने की पुष्टि हुई है. इनमें पटना के दो और गया के एक मरीज हैं. इस प्रकार अब बिहार में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 44 हो चुकी है, जिनमें पटना में ही 30 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं. मात्र चार दिनों में राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 29 से बढ़कर 44 हो गयी. इसमें से एक कोरोना का नया वैरिएंट (एक्सबीबी 1.16) भी मिला है. जिनोम सिक्वेंसिंग से नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है.
बिहार में कोरोना के नये वैरिएंट (एक्सबीबी 1.16) के मिलने से स्वास्थ मेहकमा सतर्क हो गयी है. बिहार के अस्पतालों में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य तौर पर इस वैरिएंट का पता नहीं चलता है, लेकिन जिनोम सिक्वेंसिंग से नये वैरिएंट की पुष्टि हुई है. डॉक्टरों की माने तो इस नये वैरिएंट का इनफेक्शन रेट अधिक है, लेकिन संक्रमण गले के नीचे नहीं उतर रहा है. लक्षण भी सामान्य कोरोना की तरह ही है. इधर, सिविल सर्जन कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार पटना में जो दो कोरोना संक्रमित मिले हैं. उनकी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. लक्षण भी नहीं है. दोनों होम आइसोलेशन में हैं.
एम्स पटना के डॉ रजनीश कुमार के अनुसार नये वैरिएंट का संक्रमण गले में नहीं उतर रहा है. इसलिए संक्रमित की स्थिति गंभीर नहीं हो रही है. वैसे अभी कहना मुश्किल है कि भविष्य में नया वैरिएंट क्या स्थिति उत्पन्न करेगा. इसकी सीवियरिटी और इनफेक्टिविटी रेट क्या होगी. वैसे जो लोग पहले कोरोना संक्रमित हो चुके हैं या फिर कोरोना का दोनों टीका और बूस्टर डोज ले चुके हैं. वैसे लोग काफी हद तक इससे प्रोटेक्टेड हैं. लक्षण के संबंध में डॉ रजनीश कहते हैं कि इस नये वैरिएंट को ओमिकान का सब वैरिएंट माना जा रहा है. इसमें अन्य लक्षणों के अलावा सुगंध और स्वाद नहीं मिल रहा है. इसके अलावा सर्दी, खांसी, बुखार, सिर और शरीर में दर्द, उल्टी, दस्त, नाक बहना, गले में खरास आदि लक्षण हैं.