मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बख्तियारपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक ने पीछे से हमले का प्रयास किया. हालांकि, इसमें किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई. सीएम जब जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रहे थे, तभी पीछे से एक युवक काफी तेजी से आया और सुरक्षा घेरे को पार करते हुए सीएम के काफी करीब पहुंच गया. इस दौरान वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने युवक को दबोच लिया.
हालांकि, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस युवक पर कोई कार्रवाई नहीं की जाए. इस विक्षिप्त युवक की समस्या को भी समझने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने युवक की चिकित्सा में जरूरी सहयोग प्रदान करने का भी निर्देश दिया. पुलिस के आला अधिकारियों ने फौरन इसकी जांच शुरू कर दी है.
इस घटना के बारे में पटना जिला जनसंपर्क अधिकारी के स्तर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गिरफ्तार युवक का नाम शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू है. उसके पिता का नाम श्याम सुंदर वर्मा है. उसकी उम्र 32 वर्ष है और वह बख्तियारपुर के अबू मोहम्मदपुर का रहने वाला है. वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है. परिजनों ने बताया है कि छोटू की दिमागी हालत ठीक नहीं है. कुछ साल पहले वह दो मंजिला छत से कूद गया था. एक बार तो वह फांसी लगा कर आत्महत्या करने का भी प्रयास कर चुका है.
Also Read: मुकेश सहनी का मंत्री पद छीना गया, VIP में टूट से CM द्वारा बर्खास्तगी की सिफारिश तक, जानें कब क्या हुआमुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्टेट एसएसजी (स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप) की होती है. यह सबसे सशक्त सुरक्षा व्यवस्था मानी जाती है. इसका गठन केंद्र की अतिविशेष सुरक्षा एजेंसी एसपीजी की तर्ज पर किया गया है. एसएसजी की सुरक्षा व्यवस्था की समय-समय पर ऑडिट विशेष शाखा के स्तर से की जाती है. इसके बावजूद युवक का सीएम के एकदम नजदीक पहुंच जाना बड़ी चूक मानी जा रही है.
एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पूरी घटना की गहराई से जांच की जा रही है. संबंधित पुलिसकर्मियों और अन्य पदाधिकारियों पर भी जिम्मेदारी का निर्धारण किया जायेगा. जो दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई भी की जायेगी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan